
बार्डर-गावस्कर ट्राफी पर भारत की बादशाहत
| | 2017-03-29T13:35:21+05:30
धर्मशाला (वार्ता) : विश्व की नंबर एक टीम भारत ने अपनी बादशाहत कायम रखते हुये आस्ट्रेलिया का घमंड...
धर्मशाला (वार्ता) : विश्व की नंबर एक टीम भारत ने अपनी बादशाहत कायम रखते हुये आस्ट्रेलिया का घमंड चौथे और अंतिम टेस्ट में साढ़े तीन दिन के अंदर ही चकनाचूर कर मंगलवार को आठ विकेट की जीत के साथ बार्डर-गावस्कर ट्राफी पर 2-1 से कब्जा कर लिया। भारत के सामने मात्र 106 रन का मामूली लक्ष्य था और उसने बिना कोई विकेट खोए 19 रन से आगे खेलते हुये 23.5 ओवर में दो विकेट पर 106 रन बनाकर हासिल कर लिया। लोकेश राहुल (नाबाद 51) और कार्यवाहक कप्तान अजिंक्या रहाणे (नाबाद 38) ने शानदार बल्लेबाजी करते हुये चौथे दिन सुबह के सत्र में ही मैच समाप्त कर दिया। विश्व की नंबर एक टीम भारत ने इस तरह पहला टेस्ट गंवाने के बाद गज़ब की वापसी करते हुये 2-1 से सिरीज अपने नाम की। भारत के टेस्ट इतिहास में यह चौथा मौका है जब भारतीय टीम ने पहला मैच हारने के बाद टेस्ट सिरीज अपने नाम की है। इससे पहले भारत ने 1972-73 में इंगलैंड के खिलाफ 2000-01 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ और 2015 में श्रीलंका के खिलाफ एक टेस्ट से पिछड़ने के बाद जीत हासिल की थी। मैच में बल्ले और गेंद से करिश्माई प्रदर्शन करने वाले ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को मैन आफ द मैच के साथ साथ मैन आफ द सिरीज का पुरस्कार दिया गया। इसी सिरीज के दौरान विश्व के नंबर एक टेस्ट गेंदबाज बने जडेजा ने दोनों पारियों में कुल चार विकेट और भारत की पहली पारी में 63 रन की शानदार पारी खेली थी जिसकी बदौलत भारत को 32 रन की अहम बढ़त हासिल हुई थी। जडेजा ने सिरीज में कुल 127 रन बनाये और सर्वाधिक 25 विकेट हासिल किये। भारतीय टीम ने मैच के तीसरे ही दिन कंगारूओं पर अपना शिकंजा कस दिया था। आस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में 137 रन पर लुढ़काने के बाद भारत ने अपनी जीत सुनिश्चित कर ली थी। राहुल और रहाणे ने तीसरे विकेट के लिये मात्र 9.5 ओवर में 60 रन की अविजित साझेदारी कर जीत की औपचारिकता पूरी कर दी। ओपनर राहुल एक बार फिर अहम साबित हुये और उन्होंने 76 गेंदों में नौ चौके लगाकर नाबाद 51 रन की अर्द्घशतकीय पारी खेली तथा विराट कोहली की अनुपस्थिति में कप्तानी कर रहे रहाणे ने 27 गेंदों में चार चौके और दो छक्के लगाकर नाबाद 38 रन बनाये। राहुल ने मैच का अपना दूसरा और सीरीज का छठा अर्द्घशतक बनाया। रहाणे की कप्तानी की शुरूआत भी यादगार रही और उन्होंने न केवल भारत को मैच जिताया बल्कि सिरीज भी उसके नाम कर दी। चोटिल विराट की जगह रहाणे को इस मैच में कप्तानी करने का मौका मिला और उन्होंने बेहतरीन कप्तानी और बल्लेबाजी दोनों से खुद को साबित किया। धर्मशाला के एचपीसीए स्टेडियम में भारतीय टीम ने सुबह अपनी पारी को कल के 19 रन से आगे बढ़ाया और उस समय तक उसके सभी 10 विकेट सुरक्षित थे। बल्लेबाज राहुल 13 रन और मुरली विजय छह रन पर नाबाद थे तथा भारत को जीत के लिये मात्र 87 रनों की जरूरत थी। पहले विकेट के लिये राहुल ने मुरली के साथ 46 रन की साझेदारी की और 13वें ओवर में जाकर पैट कमिंस ने मैथ्यू वेड के हाथों मुरली को कैच करा दिया। मुरली ने 35 गेंदों में आठ रन बनाये। लेकिन फिर इसी स्कोर पर आस्ट्रेलिया ने चेतेश्वर पुजारा को खाता खोलने का मौका भी नहीं दिया और ग्लेन मैक्सवेल ने उन्हें रनआउट कर दूसरा विकेट भी झटक लिया। पुजारा और राहुल एक सिंगल चुराने के असमंजस में विकेट के बीच में अटके और पुजारा रनआउट हो गये। पुजारा को अफसोस रहा कि उन्होंने इस तरह रनआउट होना पड़ा। पुजारा का घरेलू टेस्ट में यह पहला शून्य रहा। उनका घरेलू मैचों में 50 पारियों में यह पहला शून्य है। वह भारत से बाहर 31 पारियों में दो बार शून्य पर आउट हुये हैं। हालांकि लक्ष्य बड़ा नहीं था इसलिये भारत को पुजारा के शून्य पर आउट होने से ज्यादा परेशानी नहीं हुई। राहुल और रहाणे ने फिर आसानी से स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाये रखा और भारत को आठ विकेट से मैच में जीत दिला दी। राहुल ने 76 गेंदों में अपने 50 रन पूरे किये जो उनका इस मौजूदा सिरीज में छठा अर्द्घशतक था। वह साथ ही पुजारा(405) के बाद 393 रन बनाकर दूसरे सर्वश्रेष्ठ भारतीय स्कोरर भी रहे। आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के पास अपना बचाव करने के लिये कोई स्कोर नहीं था और उन्होंने भी हताशा में मैच की औपचारिकता पूरी की। भारत की ओर से गिरे दो विकेटों में एक रनआउट रहा और कमिंस ने 42 रन पर एक विकेट लिया। आस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 300 रन बनाये थे लेकिन भारत ने 332 रन बनाकर जो मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल की वह अंत में निर्णायक साबित हुई। अपने कप्तान स्टीवन स्मिथ पर टिकी आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी दूसरी पारी में उनके मात्र 17 रन पर आउट होने से संभल नहीं सकी और 137 रन पर ढेर हो गयी। भारत ने लक्ष्य को आसानी से हासिल किया और आस्ट्रेलिया का 2004 के बाद से पहली बार भारत में सिरीज हासिल करने का सपना तोड़ दिया। भारत ने 2014-15 में पिछले आस्ट्रेलियाई दौरे में 0-2 से सिरीज गंवाई थी लेकिन इस बार उसने 2-1 से सिरीज जीतकर पिछला हिसाब चुकता किया और बार्डर-गावस्कर ट्राफी अपने नाम कर ली।
स्कोर कार्ड
आस्ट्रेलिया (पहली पारी) 300
भारत (पहली पारी) 332 आस्ट्रेलिया (दूसरी पारी) 137
भारत (दूसरी पारी)
लोकेश अविजित 51
मुरली को. वेड बो. कमिंस 08
पुजारा रनआउट 00
रहाणे अविजित 38
अतिरिक्त : 09
कुल : (23.5 ओवर, 2 विकेट) 106
विकेटपतन : 1/46, 2/46
गेंदबाजी : कमिंस 8-2-42-1, हेजलवुड 6-2-14-0, ओ कीफे 4.5-1-22-0, लियोन 5-0-19-0