
हर खिलाड़ी से गलती सुधारने को कहा गया है : विराट कोहली
| | 2018-01-24T11:30:00+05:30
जोहानसबर्ग : विश्व की नंबर एक टेस्ट टीम भारत के कप्तान विराट कोहली दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले दो...
जोहानसबर्ग : विश्व की नंबर एक टेस्ट टीम भारत के कप्तान विराट कोहली दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले दो टेस्ट हारने के बाद वंडरर्स में बुधवार से होने वाले तीसरे और अंतिम टेस्ट में अपने हर खिलाड़ी से गलतियां सुधारने की उम्मीद कर रहे हैं। विराट ने मैच की पूर्व संध्या पर मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, हमने सभी खिलाड़ियों से व्यक्तिगत रूप से बात की है और इस बात पर ध्यान दिया है कि कहां गलती हुई है और उसे कैसे सुधारा जा सकता है। खिलाड़ियों ने भी महसूस किया है कि उनके लिये गलतियों को सुधारना बहुत जरूरी है। कप्तान ने कहा कि किसी खिलाड़ी विशेष पर जिम्मेदारी नहीं डाली गयी है क्योंकि यह एक टीम खेल है। हार में किसी भी खिलाड़ी को व्यक्तिगत तौर पर जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है। यह एक सामूहिक जिम्मेदारी होनी चाहिये। उन्होंने कहा, हमने पहले दो टेस्टों में मिले मौकों का फायदा नहीं उठाया तभी हम 0-2 से पीछे हैं। हमारे सभी खिलाड़ियों ने इस बारे में सोचा है कि अपनी गलतियों को सुधारा जाए। 29 वर्षीय बल्लेबाज़ ने हर मैच को हर खिलाड़ी के लिये एक सबक बताते हुये कहा, हम हर मैच से कुछ न कुछ सीखते हैं।
हम गलतियों को सुधारने के लिये पूरी तरह तैयार हैं। मैं भी रोजाना कुछ न कुछ सीखता हूं। एक कप्तान के तौर पर मुझे देखना होगा कि हम वह चीजें न करें जो पहले हो चुकी हैं। वंडरर्स की पिच के लिये विराट ने कहा कि यह पिछले मैच से अलग है लेकिन केपटाउन से मिलती जुलती लगती है और इस पर घास तथा उछाल दोनों है। यह परंपरागत वंडरर्स विकेट है जिसपर गेंद को अच्छा उछाल मिलता है। इस पिच पर पूरी तरह तेज़ आक्रमण उतारे जाने के बारे में पूछने पर विराट ने कहा, इस पिच पर काफी घास है और हम पूरा तेज़ आक्रमण उतारने के बारे में विचार कर सकते हैं लेकिन इसका फैसला मैच से पहले होगा। विराट ने अब तक दोनों टेस्टों में मिले 40 विकेटों को सकारात्मक पहलू बताते हुये कहा, दो टेस्टों में हम 40 विकेट ले चुके हैं जो एक भारतीय टीम के लिये बड़ी बात है। बल्लेबाजी अब तक दोनों टीमों के बीच का अंतर रही है और हमारे बल्लेबाज़ खुद को सुधारने के लिये तैयार हैं। कोच रवि शास्त्री की तरह विराट ने भी क्षेत्ररक्षण में सुधार लाने पर बल दिया। उन्होंने कहा, क्षेत्ररक्षण के मामले में मेजबान टीम हमसे बेहतर रही है। बल्लेबाजी गेंद और बल्ले का मामला होती है लेकिन क्षेत्ररक्षण हर खिलाड़ी के हाथ में है जिसमें वह खुद ही सुधार कर सकता है।