
भ्रष्ट अधिकारियों को अपने लिये बचाव कर रही सरकार : बाबूलाल
| | 4 Feb 2018 8:01 AM GMT
वरीय संवाददातारांची : पूर्व सीएस बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कहा कि सीएम रघुवर दास नैतिकता और आदर्शवाद...
वरीय संवाददाता
रांची : पूर्व सीएस बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कहा कि सीएम रघुवर दास नैतिकता और आदर्शवाद की बहुत बड़ी बातें कहते जरुर है। चुंकी आज दिल्ली या राज्य में जो भी सरकार है। सरकार सार्वजनिक रुप से जो भी बातें कहती है, लंबी चौड़ी घोषणाएं करती है वह दूर दूर तक नजर नहीं आती है। सरकार बोलती कुछ है और करती कुछ और है। सिर्फ घोषणा लंबी चौडी करती है। जैसे करप्शन के बारे ही जिस तरह सरकार बड़ी बड़ी बातें बोलती है। भ्रष्टाचारियों को नहीं टॉलरेट नहीं करेंगे। भ्रष्ट अधिकारी पदाधिकारियों को जेल भेजा जायेगा। ऐसे लोगों को जेल में डालेंगे। यह बातें सिर्फ सीएम बोलती ही है। लेकिन वास्तविकता क्या है। श्री मरांडी शनिवार को अपने आवास पर बातचीत करते हुये कहा कि आज किसी भी विभाग में जायेंगे तो पता चलता है कि बगैर पैसा के कोई काम नहीं होता है और सत्ता के सर्वोच पदों में जो लोग बैठे हैं उनपर ढेर सारे आरोप है। चाहे चीफ सेेक्रेट्री हो डीजीपी हो एडीजी हो। उसके बाद नीचे जायेंगे तो कई एक आरोप सरकार पर लगे हैं। जिस दिन फाईलें खुलेंगे कई एक जेल जायेंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार के लिये जरुरी हो गया है कि सरकार या सत्ता पर बैठे लोग कोई गलत काम करते हैं या कराते हैं तो वह गलत काम नहीं कोई अच्छा अधिकारी पदाधिकारी तो करेगा नहीं। अच्छे ऑफिसर तो बता देंगे कि नहीं भाई संबंधित गलत काम करेंगे नहीं, औैर वैसे लोग पुरी दुनिया को बता देंगे। और गलत अधिकारी रहने पर वह गलत करने पर हिचकिचाएंगे नहीं वह भी करेंगे और सरकार भी ऐसे काम करायेगी इसलिये गीव एंड टेक कका जो फार्मुला होता है उसी पर मौजूदा सरकार चलायी जा रही है। असलिये 1990 -91 में डीसी रही अपने दायित्व का निर्वहन नहीं किया। जो डीसी ट्रेजर्री का मालिक हो रहा है। पूरा लेखा जोखा का हस्ताक्षर उसी के हस्ताक्षर से प्रत्येक छह माह ट्रेजरी का काम करना होता है। और उन्होंने उसे पूरा नहीं किया और उसके बाद इस बात पर उन्हें कई बार पत्र लिखकर जवाब दिया गया लेकिन सीएस ने नहीं माना। कानून को नहीं मानते हैं। ठेंगा दिखाते हैं। सरकारी रुल्स कहता है कि कोई भी अधिकारी नियमों का उल्लंघन करता है तो उसपर कार्रवाई किया जाता है। और इसने तो 23 बार में भी जवाब नहीं दिया और जब आवाज उठी तो उसपर ध्यान नहीं दिया।
उन्होंने मंत्री सरयू के संसदीय कार्यमंत्री से इस्तीफे की बात पर कहा कि वह काफी अच्छे व्यक्ति हैं। लेकिन अबतक कैसे रघुवर सरकार में टीके हुये है। कितना बर्दाश्त किये होंगे वह तो खूद सरयू राय जानते होंगे। श्री मरांडी ने कहा कि सीएम औैर उप सीएम बनने के लिये इस धरती पर थोड़े ही आते हैं।