
रांची एक्सप्रेस की मुहिम का असर, हजारीबाग से लंबी दूरी की ट्रेन पर विमर्श
| | 2018-01-10T12:07:53+05:30
हजारीबाग कार्यालय हजारीबाग : हजारीबाग से लंबी दूरी की टे्रन को लेकर रांची एक्सप्रेस की ओर से शुरू...
हजारीबाग कार्यालय
हजारीबाग : हजारीबाग से लंबी दूरी की टे्रन को लेकर रांची एक्सप्रेस की ओर से शुरू की गयी मुहिम का यह असर हुआ कि मंगलवार को इस मामले में सांसद सह केन्द्रीय उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा की पहल और उनकी अध्यक्षता में रेल के वरीय अधिकारियों, हजारीबाग और कोडरमा जिले के अधिकारियों और गणमान्य लोगों के साथ मंथन बैठक की। जनभागीदारी द्वारा यहां के लोगों की जरूरतों को जानने की खातिर यह मंथन बैठक रखी गयी थी, ताकि उसमें से सर्वसम्मति से आनेवाले प्रस्तावों के बाद उसे मजबूती से रेल मंत्रालय के समक्ष जोरदार तरीके से रखा जा सके।
बैठक में शामिल अधिकांश लोगों की डिमांड पटना-दिल्ली और कोलकाता से सीधे कनेक्टिविटी पर रही। कहा गया कि हर दिन कोडरमा से इन स्थानों पर बड़ी संख्या में लोग आते-जाते रहते हैं। बड़काकाना से हजारीबाग-कोडरमा होते हुए
इंटरसिटी या लंबी दूरी की ट्रेन ही रेलयात्रियों के लिये सबसे अधिक फायदेमंद रहनेवाली है।
हजारीबाग से कोलकाता और दिल्ली के लिये कोडरमा से निकलनेवाली लंबी दूरी की ट्रेन में एक-एक कोच हजारीबाग से कोडरमा देने की मांग की गयी। रेलवे अधिकारी ने कहा कि यह संभव है, जिसपर रेल मंत्रालय को प्रस्ताव दिया जा सकता है।
जयंत सिन्हा ने कहा, रेल मंत्री के समक्ष रखेंगे मांगपत्र
केंद्रीय उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि ये मांगपत्र रेल मंत्री पीयूष गोयल से मिलकर रखेंगे। रेलवे को हजारीबाग से लंबी दूरी का ट्रेन देंने में समस्या वाशिंग की है और इसके लिये पानी की उपलब्धता कोडरमा या हजारीबाग में चाहिए और डीवीसी से इसपर बात किये जाने की जरूरत है। रेल मंत्रालय इसपर गौर करेगा। कोडरमा टू बड़काकाना का विद्युतीकरण का काम भी तेजी से जारी है। इसी तरह अधिकारी ने बताया कि 2018 के अंत तक रांची तक रेल लाइन सेवा शुरू हो जायेगी।