
भ्रष्ट निकले गया के जज
गया : जज को भगवान की तरह माना जाता है। जज से हमेशा ईमानदारी और न्याय की उम्मीद ही की जाती है। जज पर...
गया : जज को भगवान की तरह माना जाता है। जज से हमेशा ईमानदारी और न्याय की उम्मीद ही की जाती है। जज पर ऊँगली उठाना मतलब न्यायव्यवस्था पर चोट करना ही होता है। बावजूद इसके यदि यह जानकारी सामने आये की जज भ्रष्टाचार में लिप्त हैं तो यह सुन कर ठेंस पहुँचता है। न्यायव्यवस्था पर सवालिया निशान लग जाता है। जज की गरिमा भी दागदार हो जाती है. ऐसा ही एक मामला गया में हुआ है। दरअसल, गया के जिला जज सजल मंदिलवार को भ्रष्टाचार समेत अन्य कई मामलों में शामिल पाये जाने के बाद उन्हें डिमोट करके हटा दिया गया है। उनको शेखपुरा फैमिली कोर्ट का प्रधान न्यायाधीश बनाया गया है. हाईकोर्ट प्रशासन, कई और न्यायिक पदाधिकारियों की शिकायतों की जांच कर रहा है। इंस्पेक्टिंग जज (निरीक्षी न्यायाधीश) ने गया जिला जज के खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई की अनुशंसा की थी। इस अनुशंसा को पटना हाईकोर्ट की स्टैंडिंग कमेटी ने अपने स्तर से भी जांचा, परखा और जिला जज मंदिलवार को डिमोट करने और गया से हटाने का आदेश दिया।