
सृजन के दफ्तर में पहली बार पहुंची सीबीआइ
पटना (एजेंसियां) : बिहार में 1300 करोड़ के सृजन घोटाला मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) की ...
पटना (एजेंसियां) : बिहार में 1300 करोड़ के सृजन घोटाला मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) की टीम शुक्रवार दोपहर 03.10 बजे सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड के कार्यालय पहुंची। टीम ने सृजन कर्मी सुनीता झा और अकाउंटेंट बिंदू ठाकुर को बुलाकर पूछताछ की। सीबीआइ ने वहां के सभी 16 कमरों का भी मुआयना किया। उधर, जिला प्रशासन ने सीबीआइ से विमर्श के बाद सृजन संस्था की इंवेंट्री बनाने का काम शुरू कर दिया है। इंवेंट्री का काम रंजीत कुमार समेत नौ सदस्यों की टीम कर रही है। इसके लिए तीन दंडाधिकारियों की नियुक्ति भी की गई है। सृजन संस्था के दीवारों पर टंगी तस्वीरों का भी सीबीआइ ने मुआयना किया। वहां एक दर्जन से ज्यादा जिलाधिकारी समेत राजनेताओं और चर्चित हस्तियों की फोटो दीवार पर लगी हुई हैं। दीवारों पर लगी ये तस्वीरें सोशल साइट पर भी वायरल हुईं थीं। पुलिस ने दीवारों पर लगी तस्वीरों की फोटोग्राफी कराकर उसे अपने रिकार्ड में भी रखा था। सीबीआइ ने भी दीवारों पर लगी तस्वीरों की फोटोग्राफी की है। मौजूद कर्मियों से भी सीबीआइ ने तस्वीरों के बारे में जानकारी ली। सीबीआइ ने सृजन के कर्मियों से कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों के बारे में भी पूछताछ की। पूछताछ के दौरान बिंदू ठाकुर और सुनीता झा ने सीबीआइ को बताया कि घोटाला उजागर होने के बाद जांच के दौरान एसआइटी संस्था के सारे महत्वपूर्ण कागजात और रजिस्टर अपने साथ ले गई है। हालांकि एसआइटी ने नौ मामलों में जब्त सभी दस्तावेज, रजिस्टर समेत अन्य सामान सीबीआइ को उपलब्ध करा दिया है। विदित हो कि जांच के दौरान ही सृजन संस्था की प्रबंधक और पूर्व अकाउंटेट सतीश झा को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। घोटाला उजागर होने के दो दिन बाद ही सरिता झा को पुलिस ने सृजन संस्था से जबकि सतीश झा को सहरसा से गिरफ्तार किया था। दोनों के खिलाफ पुलिस को घोटाले में शाामिल होने के पर्याप्त सबूत हाथ लगे थे। जांच के दौरान पुलिस को इस बात की जानकारी मिली थी कि दोनों को मनोरमा देवी ने अंग विहार अपार्टमेंट में दो फ्लैट रहने के लिए गिफ्ट किए थे।