
पैदल चले, जोड़ों के दर्द से राहत पाए
| | 8 April 2017 8:43 AM GMT
सोनी मल्होत्राअगर मासंपेशियों व जोड़ों से नियमित काम न लिया जाए तो उनमें अकड़न आ जाती है जिससे...
सोनी मल्होत्रा
अगर मासंपेशियों व जोड़ों से नियमित काम न लिया जाए तो उनमें अकड़न आ जाती है जिससे जोड़ों में दर्द आदि भी हो सकता है। इन सब से बचे रहने के लिए पैदल चलना बहुत ही लाभकारी है क्योंकि इससे शरीर का लचीलापन बना रहता है। जोड़ों और मांसपेशियों के लिए दौड़ना और एरोबिक्स उतना फायदेमंद नहीं है जितना पैदल चलना। उम्र बढ़ने के साथ-साथ मांसपेशियां कमजोर होती हैं व उन पर से चर्बी भी कम होती है पर पैदल चलने से आपकी मांसपेशियों की टोनिंग होती है और वे मजबूत बनती हैं, खासकर मुख्य मांसपेशियां जैसे कंधे, टांगें, जांघों, पीठ व बाजुओं की। इससे रक्त संचार में भी सुधार आता है जिससे टिश्यू लचीले बनते हैं। यह तो सही है कि आप उस तरह की फिगर नहीं पा पाते जैसे कि टीनएज में आपकी थी पर फिर भी बढ़ती उम्र में आप पैदल चल करे फिट, ट्रिम व स्वस्थ शरीर पा सकते हैं। पैदल चलने से आपका मस्तिष्क सही कार्य करता है। बहुत से कलाकारों व मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि पैदल चलना उन्हें सही व रचनात्मक सोच देता है। एक शोध में यह पाया गया कि जो व्यक्ति सप्ताह में कम से कम तीन बार एक घंटा पैदल चलते हैं उनकी याद रखने की क्षमता उन व्यक्तियों से ज्यादा अच्छी थी जो कोई भी व्यायाम नहीं करते। इसका कारण विशेषज्ञों के अनुसार आक्सीजन और रक्त के संचार में वृद्धि और मस्तिष्क में कुछ परिवर्तनों का होना है जो पैदल चलने के फलस्वरूप हुए। आपके हृदय तंत्र के लिए अच्छा है पैदल चलना। पैदल चलने से आपका हृदय अपना कार्य अधिक क्षमता से करता है। हृदय अगर मजबूत है तो आपका शरीर स्वस्थ है इसलिए अपने हृदय के स्वास्थ्य के लिए पैदल चलिए। तनाव दूर करता है : आज व्यक्ति की दिनचर्या इतनी तनावपूर्ण बन गई है कि वह हर समय तनावग्रस्त महसूस करता है। इस तनाव का प्रभाव व्यक्ति के नर्वस सिस्टम पर पड़ता है। हृदय गति का बढ़ना, रक्तचाप में वृद्धि आदि इसी तनाव के परिणाम हैं। इस तनाव से निपटने में भी सबसे आसान व्यायाम है पैदल चलना। इससे आपका तन ही नहीं, मन भी स्वस्थ रहता है। अगर मन स्वस्थ महसूस करता है तो आप तनाव से छुटकारा पाएंगे। इसलिए शान्त वातावरण में पैदल चलिए और शान्त मन से प्रकृति का आनन्द लीजिए।