
अच्छी ग्रेडिंग की आशा, फंड में बढ़ोत्तरी संभव
| | 2017-03-26T14:20:58+05:30
पूरनचंद्ररांची : रांची विश्वविद्यालय के मूल्यांकन के लिए 16 अप्रैल को रांची आने वाली नैक की टीम के...
पूरनचंद्र
रांची : रांची विश्वविद्यालय के मूल्यांकन के लिए 16 अप्रैल को रांची आने वाली नैक की टीम के आगमन के पूर्व विश्वविद्यालय को अच्छी ग्रेड मिलने की उम्मीद की जा रही है। रांची विश्वविद्यालय का ऐतिहासिक महत्व है। विश्वविद्यालय के तमाम अधिकारी नैक के पहली बार आने को लेकर उत्साहित है। 1960 में विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद पहली बार नैक की टीम इसके कार्यों एवं आधारभूत संरचना का मूल्यांकन करने आ रही है। नैक की टीम 16 अप्रैल को रांची आएगी। नैक की रांची विश्वविद्यालय के परिदर्शन के बाद मूल्यांकन के आधार पर ग्रेडिंग मिलने से राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अभियान (रुसा) से मिलने वाले फंड में वृद्धि हो सकती है।
मालूम हो कि इस वर्ष से रुसा से फंड प्राप्त करने के लिए नैक की ग्रेडिंग जरुरी हो गयी है। इसमें दो राय नहीं कि पुख्ता आधारभूत संरचना एवं पढ़ाई की गुणवत्ता रहने के बावजूद विश्वविद्यालय को नैक की ग्रेडिंग नहीं मिली है लेकिन विश्वविद्यालय इसका हकदार है। रांची विश्वविद्यालय में रिक्त शिक्षण कर्मियों की नियुक्ति एक बड़ी चुनौती है। इसके आधार पर रैंकिंग मिलती है।
हालांकि यह बड़ी समस्या जरुर है लेकिन कुलपति डॉ. रमेश कुमार पांडेय के नेतृत्व में विश्वविद्यालय ने इसका भी विकल्प निकाला है। वर्तमान में रांची विश्वविद्यालय में 200 टीचिंग स्टॉफ के पद रिक्त हैं। इस समस्या के निदान के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने नेट क्वालिफाइड लोगों को विभिन्न विभागों में प्रति कक्षा के हिसाब से नियुक्त करने की अनुमति दे दी है। इसके अलावा अवकाश प्राप्त शिक्षकों को भी प्रति कक्षा भुगतान के आधार पर रखने की अनुमति दी गयी है।
इस कदम से विश्वविद्यालय शिक्षकों की समस्या से उबर रहा है। शिक्षण संकाय के अलावा विश्वविद्यालय प्रशासन आधारभूत संरचना विकसित करने पर विशेष जोर दे रहा है। विश्वविद्यालय भवनों का रंगरोगन किया गया है। उनका सौंदर्यकरण किया गया है। प्रयोगशालाओं, लाइब्रेरी और कंप्यूटर सेंटरों को उत्क्रमित किया गया है। गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा तथा सभी विभागों में विशेष व्याख्यान की व्यवस्था की गयी है। विश्वविद्यालय उन सभी विंदुओं पर गौर कर रहा है, जिसके अंतर्गत नैक का मूल्याकंन होता है।
विश्वविद्यालय को पूर्ण आशा है कि उसे अच्छी ग्रेडिंग मिलेगी। मालूम हो कि जेपीएससी भी कुछ पदों पर नियुक्ति करने वाला है। नैक क्वालिफाइड करने वालों को विभिन्न विभागों में प्रति कक्षा भुगतान के आधार पर नियुक्ति करने से विश्वविद्यालय का पठन-पाठन काफी मजबूत होगा।