
नवरत्न कंपनी बनेगी एएआई
| | 2018-04-04T14:59:47+05:30
नयी दिल्ली (वार्ता) : देश के 126 हवाई अड्डों का रखरखाव करने वाले भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण...
नयी दिल्ली (वार्ता) : देश के 126 हवाई अड्डों का रखरखाव करने वाले भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने नवरत्न कंपनी का दर्जा हासिल करने के लिए लोक उपक्रम विभाग के पास आवेदन किया है जिसके स्वीकृत होने के बाद इसके लिए परियोजनाओं की स्वीकृति आसान हो जायेगी।
नागर विमानन मंत्रालय के अधीनस्थ एएआई फिलहाल मिनीरत्न कंपनी है। यह जिन हवाई अड्डों का रखरखाव करती है उनमें घरेलू तथा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों के साथ सेना के हवाई अड्डों पर बने टर्मिनल भी शामिल है। सभी नागरिक हवाई अड्डों पर एटीसी सेवा तथा एयर नेविगेशन सेवा पर उसका एकाधिकार है।
प्राधिकरण के अध्यक्ष गुरुप्रसाद महापात्रा ने यूनीवार्ता को बताया कि एएआई ने लोक उद्यम विभाग के पास नवरत्न कंपनी के दर्जे के लिए आवेदन किया है। उन्होंने कहा "हम नवरत्न कंपनी के सभी पैमानों को पूरा करते हैं और इसलिए हमने छह-सात महीने पहले इसके लिए आवेदन किया है। यह दर्जा सात पैमानों के आधार पर दिया जाता है। इसमें शुद्ध लाभ, उत्पादन लागत, प्रति शेयर आय, नेटवर्थ आदि शामिल हैं।"
इससे पहले 2011 में भी एएआई ने नवरत्न कंपनी का दर्जा पाने के लिए आवेदन किया था, लेकिन उस समय उसे यह दर्जा नहीं मिल पाया था। बाद में 2013 में उसे मिनीरत्न कंपनी का दर्जा दिया गया। बेहतर प्रदर्शन करने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को मिनीरत्न, नवरत्न और महारत्न कंपनियों का दर्जा दिया जाता है। ये दर्जे विभिन्न मानकों के आधार पर दिये जाते हैं।