
भगवान शिव क्यों धारण करते हैं बाघ की खाल!
| | 2017-07-30T14:13:55+05:30
हम सब ने तस्वीरों, फिल्मों और टीवी शो के माध्यम से देखा है कि जहां सभी देवी-देवता स्वर्ण आभूषण आदि...
हम सब ने तस्वीरों, फिल्मों और टीवी शो के माध्यम से देखा है कि जहां सभी देवी-देवता स्वर्ण आभूषण आदि पहनते हैं। वहीं भगवान शिव शरीर पर भस्म और बाघ की खाल लपेट कर क्यों रहते हैं।
अधिकांश समय वह बाघ की खाल पहने के पीछे शिव पुराण में एक कहानी बताई गई हैं। एक बार भगवान शिव पृथ्वी पर घुमने के लिए निकले। भगवान शिव घुमते हुए एक ऋषि आश्रम के सामने से गुजरे तो वहां पर ऋषियों की पत्नियां थी। जो उनके इस रूप को देखकर मोहित हो गई और उनका अपने पति धर्म से ध्यान भटका।
जब यह बात ऋषियों को पता चली तो उन्होंने उस निर्वस्त्र व्यक्ति को सबक सिखाने की सोची। तो उन्होंने मार्ग में एक गड्ढा खोद दिया और उसमें एक बाघ को गिरा दिया। ऋषियों ने सोचा कि जो भी व्यक्ति होगा वह इस खड्ढे में गिर जाएगा और यह बाघ उसको खा जाएगा।
लेकिन जब भगवान शिव वहां से गुजरे और उस गड्ढे में गिर गए। कुछ समय बाद भगवान शिव उस गड्ढे से बाहर निकले तो भगवान शिव ने अपने शरीर पर बाघ की खाल लपेट रखी थी। उनको देखकर ऋषि समझ गए कि यह कोई साधारण व्यक्ति है। जब उन्होंने उस व्यक्ति को प्रणाम करके उनका परिचय जाना। तो उनको पता चला कि जिसको वह साधारण व्यक्ति समझ रहे थे वह तो भगवान शिव हैं। तब उन ऋषियों ने भगवान शिव से अपने कार्य के लिए माफी मांगी। तब से भगवान शिव अपने शरीर पर बाघ की खाल धारण करने लगे।