
हिन्दी फिल्मों में बाल कलाकार
जब से भारत में फिल्मों का निर्माण शुरू हुआ तभी से बाल कलाकर इसमें अपना सहयोद दे रहे हैं। अनेक बाल...
जब से भारत में फिल्मों का निर्माण शुरू हुआ तभी से बाल कलाकर इसमें अपना सहयोद दे रहे हैं। अनेक बाल कलाकारों ने पिल्मों में काम किया है। कुछ बाल कलाकार बड़े होकर फिल्म उद्योग पर छा गए लेकिन कुछ गुमनामी के अंधेरे में गुम हो गए। फिल्मी इतिहास पर नजर दौड़ाई जाए तो हिन्दी फिलमों को प्रथम बाल कलाकार दादा साहिब फाल्के की पुत्री मंदाकिनी थीं। स्व. गोपीकृष्ण की पुत्री शांता ने भी कई फिल्मों में बाल कलाकार की भूमिकाएं अदा की। इंकलाब फिल्म में राजकपूर ने बाल कलाकार के रूप में काम किया था। शशि कपूर नेभी कई फिल्मों में बाल कलाकार का काम किया। उन्होंने आग, आवारा फिल्म में राजकपूर के बचपन का रोल अदा किया था तथा संग्राम फिल्म में अशोक कुमार के बचपन की भूमिका निभाई थी। उसी समय शशि कपूर नाम के एक अन्य बालक ने संग्राम और भक्त ध्रुव में काम किया था। यह दोनों फिल्में दर्शकों में बहुत पसंद की थीं। रणवीर कपूर और ऋषि कपूर ने भी 420 में बाल रूप की झलक पेश की थी, मेरा नाम जोकर में ऋषि कपूर ने बाल कलाकर की भूमिका की थी। दो कलियां फिल्म में नीतू सिंह ने बाल कलाकर के रूप में लोगों का मन मोह लिया था, कपूर वंश के सभी लोगों ने बाल कलाकारों को भूमिका अदा की। वे जवान होकर भी फिल्मी उद्योग पर छाए रहे। प्रसिध्द अभिनेत्री नरगिस ने भी अपनी फिल्मी दुनिया की यात्रा बेबी राखी के नाम से बाल अभिनेत्री के रूप में आरंभ की थी। महबूब स्टूडियो की फिल्म तकदीर से वह बड़ी अभिनेत्री बनीं। प्रसिध्द फिल्म अभिनेत्री मधुबाला ने भी अपन फिल्मी कैरियर बाल कलाकार के रूप में आरंभ किया था। नीलकमल में मधुबाला ने बेबी मुमताज का रोल अदा किया था। सुरैया ने बेबी सुरैया के नाम से फिल्म ताजमहल में अपने अभिनय जीवन का आरंभ किया था।