
विस में सड़कों की जर्जर स्थिति पर चिंता व्यक्त
रांची, झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में आज राज्य सरकार ने चरणबध्द तरीके और प्राथमिकता के आधार पर...
रांची, झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में आज राज्य सरकार ने चरणबध्द तरीके और प्राथमिकता के आधार पर जर्जर सड़कों की मरम्मत का भरोसा दिलाया है।
विधानसभा में आज भाजपा के राधाकृष्ण किशोर के एक अल्पसूचित प्रश्न के उत्तर में ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने बताया कि राज्य गठन के बाद अब तक करीब 2290किमी सड़क निर्माण कराया जा चुका है। उन्होंने स्वीकार किया कि राज्य में करीब 5000 किमी राजमार्ग और ग्रामीण सड़कों की स्थिति अच्छी नहीं है और सरकार योजना उपबंध के मुताबिक प्राथमिकताओं के आधार पर इन सड़कों की मरम्मत का कार्य करा रही है। उन्होंने बताया कि सड़कों के रख-रखाव तथा मरम्मत को लेकर सरकार गंभीर है और इसके लिए सड़क मरम्मत नीति 2015 भी तैयार की गयी है। इसके तहत राज्य की सड़कों को ए, बी एवं सी श्रेणी में विभक्त किया गया है।
संवेदक डिबार ः झारखंड विकास मोर्चा के प्रदीप यादव के एक प्रश्न के उत्तर में नीलकंठ सिंह मुंडा ने बताया कि प्रमंडल की पांच सड़कों जामताड़ा- करमाटांड़-लहरजोरी पथ, जामताड़ा-निरसा, वेवावाय पास, अंगुठिया मोड़ से बाबूपुर पथ और घोटला मोड़ से नाला पथ निर्माण का कार्य केसीपीएल कंपनी हैदराबाद को 180 करोड़ की लागत पर वर्ष 2014-15 में सौंपा गया था। उन्होंने बताया कि कंपनी के कार्य की प्रगति समानुपातिक नहीं होने के कारण संवेदक को नया कार्य लेने से डिबार किया गया है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि समय पर काम नहीं पूरा होने पर एकरारनामे के तहत कंपनी के विरुध्द कार्रवाई की जाएगी।