
विवेकानन्द युवाओं का विकास चाहते थे : राज्यपाल
[caption id='attachment_294016' align='aligncenter' width='604'] कार्यक्रम को संबोधित करते राज्यपाल...
[caption id="attachment_294016" align="aligncenter" width="604"] कार्यक्रम को संबोधित करते राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू। [/caption]
रांची, राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि स्वामी विवेकानंद युवाओं के सर्वांगीण विकास के पक्षधर थे। वह ऐसी शिक्षा चाहते थे जो जनसाधारण को जीवन संघर्ष के लिये तैयार करें, उनका चरित्र निर्माण करें, उनमें समाज सेवा की भावना विकसित करें। उक्त बातें श्रीमती मुर्मू ने आज विकास भारती विशुनपुर द्वारा स्वामी विवेकानंद की जयंती पर आयोजित कौशल विकास स्वच्छता एवं सामाजिक समरसता हेतु सामाजिक अभियान के शुभारम्भ करते हुए कही। इसके पूर्व श्रीमती मुर्मू ने स्वामी विवेकानंद को नमन किया एवं उन्हें श्रध्दा सुमन अर्पित किया। उन्होंने कहा कि स्वामीजी केवल एक महान संत ही नहीं थे बल्कि वह एक महान देशभक्त, विचारक, युगद्रष्टा, वक्ता, लेखक और मानव कल्याण के प्रेमी थे। वह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रेरणास्रोत भी बने। गुरुदेव रवींद्रनाथ ठाकुर ने एक बार कहा था कि यदि आप भारत को जानना चाहते हैं तो विवेकानंद को पढ़िये। उनमें आप सब कुछ सकारात्मक ही पायेंगे, नकारात्मक नहीं।