
रांची ने रचा इतिहास
[caption id='attachment_294722' align='aligncenter' width='600'] रांची : रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर...
[caption id="attachment_294722" align="aligncenter" width="600"] रांची : रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर द्वारा उद्घाटन के बाद रांची पहाड़ी पर लहराता तिरंगा। [/caption]
रांची, ऐतिहासिक रांची पहाड़ी पर आज नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती पर आनबानशान से 293 फुट की ऊंचाई पर लहरा उठा तिरंगा। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने ठीक पूर्वाह्न 10.47 बजे जब राष्ट्रीय ध्वज फहराया तब उपस्थित जन समूह झूम उठा। दुल्हन की तरह सजी रांची पहाड़ी पर लहराते तिरंगे को देख शहर के लोग गौरवान्वित हुए। रांची की जनता झंडोत्तोलन की साक्षी बनी। इस मौके पर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री रघुवर दास और पहाड़ी मंदिर विकास कमेटी के सदस्यों के अलावे गणमान्य अतिथि मौजूद थे। आज रांची के लिए ऐतिहासिक दिन रहा। रांची पहाड़ी पर तो तिरंगा लहराया ही साथ-साथ आसपास के घरों पर भी तिरंगे लहराए गए। राष्ट्रीय ध्वज फहराय जाने के बाद राज्य सरकार के दो सफेद विमानों ने पुष्प वर्षा कर रांची के जनता का अभिनंदन किया।
तिरंगा लहराने के साथ ही तिरंगे के तीन रंगों वाले बैलूर भी आकाश में गोते लगे। पूरा वातावरण राष्ट्रप्रेम से ओतप्रोत था। हर व्यक्ति तिरंगा थामे था। आज मौसम भी इतना खुशनुमा था कि तिरंगा का लहराना खूबसूरती का नजारा पेश कर रहा था। आज सुबह से ही रांची की जनता झंडोत्तोलन को लेकर उत्साहित थी। इस ऐतिहासिक क्षण के लिये 41 दिनों का सफर तय करना पड़ा। इस 41 दिनों में 170 मजदूरों की कड़ी मेहनत इतिहास के पन्ने में दर्ज हो गयी। इन मजदूरों ने दिन रात कड़ाके की ठंड में 293 फीट की ऊंचाई तक ध्वज स्तंभ खड़ा करने का इतिहास भी रचा।
रांची के पूर्व सदर अनुमंडलाधिकारी अमित कुमार एवं पहाड़ी मंदिर निर्माण समिति के लोगों की सरकार एवं जनता ने सराहना की। अमित कुमार ने बताया कि इस परिकल्पना को साकार करने में सरकार एवं रांची की समस्त जनता का अभूतपूर्व सहयोग रहा है। अमित कुमार ने कहा कि इस अभूतपूर्व कार्य के लिये असली नायक दिन रात काम करने वाले मजदूर हैं।
रांची पहाड़ी से उत्सव का वातावरण झंडोत्तोलन के बाद मोरहाबादी स्थित फुटबाल स्टेडियम तक पहुंचा। यहां का वातावरण सतरंगी था। हर व्यक्ति के हाथ में तिरंगा था। बच्चे गौर्वान्वित थे। छोटे-छोटे बच्चे देश भक्ति गीत गा रहे थे। रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम उत्सव में चार चांद लगा रहे थे। रांची पहाड़ी एवं फुटबाल मैदान में उत्सव का माहौल तो था ही साथ ही साथ आज हर व्यक्ति तिरंगे की चर्चा कर रहा था। जिसने भी रांची पहाड़ी पर तिरंगा लहराते देखा वह गदगद हो गया। रांची पहाड़ी पर राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाने के क्षण को लोग अपने कैमरे एवं मोबाइल में कैद कर रहे थे। शहर के जिन स्थानों से तिरंगा नजर आ रहा था। वहां से लोग अपने घरों की छतों से लहराते तिरंगे को कैद कर रहे थे।
देश का सबसे ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद मुख्य समारोह मोरहाबादी स्थित बिरसा मुंडा फुटबाल स्टेडियम में हुआ। इस मौके पर आयोजित समारोह को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, मुख्यमंत्री रघुवर दास और राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने भी संबोधित किया। समारोह में रक्षामंत्री ने झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय की भी आधारशिला रखी। इस अवसर पर हजारों की संख्या में स्कूली बच्चों, युवाओं, बुजुर्गों और गणमान्य लोगों की उपस्थिति में कार्यक्रम के दौरान उत्सव का माहौल रहा। इससे पहले सड़कों पर बच्चों और युवाओं की टोली कार्निवल के रूप में हाथों में तिरंगा लिये मोरहाबादी मैदान तक पहुंची।
मोरहाबादी मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में रक्षा मंत्री ने पहाड़ी मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष सह उपायुक्त मनोज कुमार और निवर्तमान अनुमंडल पदाधिकारी अमित कुमार समेत पांच लोगों को सम्मानित किया। इस अवसर पर राज्य की शिक्षा मंत्री डा.नीरा यादव, जलसंसाधन मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी, सांसद निशिकांत दूबे, रामटहल चौधरी, रांची नगर निगम की महापौर आशा लकड़ा, विधायक गंगोत्री कुजूर, नवीन जायसवाल, शिवशंकर उरांव, जीतू चरम राम, मुख्य सचिव राजीव गौबा, पुलिस महानिदेशक डी.के. पांडेय, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव एनए पांडेय, प्रमंडलीय आयुक्त के.के.खंडेलवाल समेत कई वरीय अधिकारी मौजूद थे। समारोह के दौरान सेना के जवानों द्वारा बैंड डिस्प्ले किया गया, वहीं एनसीसी की ओर से एयरो माडलिंग शो आकर्षण का केंद्र रहा।