रांची : देश में रक्षा, अंतरिक्ष एवं पावर के क्षेत्र में हैदराबाद स्थित सार्वजनिक क्षेत्र के प्रतिष्ठान मिश्र धातु निगम का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इस संस्थान का परमाणु ऊर्जा एवं रसायन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका रही है।डा. डीके लख्खी मिश्र धातु निगम (मिदानी) के नये अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक बनाये गये हैं। डा. लख्खी को अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्र में लंबा अनुभव रहा है। डा. लख्खी डीसीआईएस (सेल) रांची में भी महाप्रबंधक के पद पर काम कर चुके हैं। मिसाइल एवं पनडुब्बियों के निर्माण के लिये भी संस्थान विशेष प्रकार का एलाय स्टील बनाता है।
संस्थान वाइड रेंज का सुपर एलाए, टाइटेनियम, विशेष उद्देश्य के लिये इस्पात एवं अन्य विशेष प्रकार के धातुओं तथा एलाय का निर्माण करता है जो एयरोस्पेस, रक्षा, परमाणु ऊर्जा, विद्युत उत्पादन, रसायन एवं अन्य हाइटेक उद्योगों में काम आता है। 1973 में स्थापित इस संस्थान ने अपने लंबे सफर में अनेक प्रकार के विशेष इस्पात विकसित करने में सफलता प्राप्त की। इसकी अपनी गलन भट्टी, फोर्ज प्रेसेत्र, कंडिशनिंग, हिट ट्रीटमेंट, हाट रोलिंग, कोल्ड रोलिंग टयूथ शाप, इंवेस्टमेंट कास्टिंग गबार के साथ-साथ कंचन आर्मर प्लांट भी है। इसका अपना कंट्रोल लैब भी है। संस्थान के 2000 में आईएसओ 900 प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ। संस्थान देश को स्ट्रैजिक मेटेरियल के मामले में आत्मनिर्भर बनाने की ओर अग्रसर है। संस्थान क्रिटिकल एप्लीकेशन के लिये ग्राहकों की मांग के अनुरूप एलाय का विकास एवं उत्पादन कर रहा है। धातु निगम देश में पनडुब्बियों के निर्माण में भी योगदान दे रहा है। संस्थान के नये अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डा. लख्खी ने बताया कि वर्तमान समय में संस्थान का महत्व और भी बढ़ गया है। देश परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष के क्षेत्र में काफी आगे बढ़ रहा है। इस दृष्टि से संस्थान को इन सेक्टरों के लिये बेहतर उत्पाद बनाने का अवसर मिलेगा।