
मुस्लिम समाज के विभिन्न तबकों की अपेक्षाएं
| | 2015-11-15T12:59:29+05:30
झारखंड आज अपनी 15वीं वर्षगांठ मना रहा है। इन पन्द्रह वर्षों में राज्य ने क्या खोया-पाया और भाजपा के...
झारखंड आज अपनी 15वीं वर्षगांठ मना रहा है। इन पन्द्रह वर्षों में राज्य ने क्या खोया-पाया और भाजपा के रघुवर प्रसाद के नेतृत्व में नयी सरकार के नारे में मुस्लिम समाज की क्या सोच हैं और क्या अपेक्षाएं हैं यह जानने के लिए रांची समारोह की ओर से मुस्लिम समाज के विभिन्न तबकों के लोगों में उनकी राय जानी गयी। संक्षेप में प्रस्तुत हैं उत्तरदाताओं के विचार।
विकास के लिए योजना जरूरी
- डा.एस.ए. सिद्दीकी
डोरंडा रिसालदार नगर, रांची।
विकास तो हुआ है
- डा. नेसार अहमद
डा. फतेउल्लाह रोड, रांची।
झारखंड राज्य का विकास तो हुआ है, पर नाकाफी है। राज्य के विकास के लिए सिर्फ सरकार को नहीं कोसना चाहिए। राज्य की जनता को भी अपना फर्ज ईमानदारी से निभाना चाहिए, तब राज्य तरक्की करेगा। मुख्यमंत्री ईमानदारी से सब का साथ, सब का विकास के फार्मूले पर चलें तो निश्चित रूप से हम होंगे कामयाब। खुश किस्मती की बात यह है कि वर्तमान में राज्य सरकार को पूरा बहुमत हासिल है, जो इससे पहले की सरकारों को नसीब नहीं हुआ। अब रघुवर सरकार स्थापना दिवस के मौके पर राज्य की जनता को क्या तोहफा देती हैं इसका इंतजार रहेगा।
सत्ताधारी सुख भोग रहे हैं
- सजली साहब
युवा समाजसेवी, रांची।
अभी जो लोग सत्ता की बागडोर संभाले हुए हैं वही सुख भोग रहे हैं। 'जनता बेहाल है, नेता खुशहाल हैं'। अलग राज्य बनने के बाद जिस पार्टी की सरकार बनी उसने राज्य की तरक्की के लिए कुछ नहीं किया। ऊपरवाले ने झारखंड के गर्भ में बेहिसाब खनिजों का भंडार दिया है। अगर सरकार ईमानदारी से खनिजों का इस्तेमाल करे तो राज्य को हर क्षेत्र में सक्षम बनाने के लिए कहीं से वित्तीय सहायता मांगने की जरूरत हीं नहीं होगी। राज्य का स्थापना दिवस मनाने का मजा तब आएगा जब हर तरफ राज्य में खुशहाली होगी।
राज्य में सुविधाओं की कमी है
- साजिद उमर
युवा व्यवसायी, रांची।
लगता नहीं है कि हम झारखंड की राजधानी में रहते हैं, क्योंकि यहां बुनियादी सुविधाओं की काफी कमी है। यातायात व्यवस्था चौपट है, हर तरफ जाम की स्थिति से जूझना आम बात है। बिजली-पानी, सड़क-नाली विधि-व्यवस्था आदि में पिछले 14 वर्षों में कोई सुधार हुआ ही नहीं। लेकिन रघुवर दास सरकार से जनता को काफी उम्मीदें है कि सीएम साहब सभी वर्ग को साथ लेकर चलेंगे। हाल ही में रांची शहर की फिजा में उपद्रवियों ने जहर घोलने की नाकाम कोशिश की थी। उस वक्त मुख्यमंत्री जी ने जो रोल अदा किया, सड़क पर उतरे वह इस बात का प्रतीक है, की रघुवर दास की नजरों में सभी वर्गों का बराबर सम्मान है।
राज्य को नयीं ऊंचाई पर पहुंचाना है
- मो. शारिक
मारवाड़ी कालेज, रांची।
15 नवंबर को राज्य का स्थापना दिवस मनाया जायेगा। स्थापना दिवस समारोह में मुख्यमंत्री रघुवर दास सहित सरकार में शामिल लोग और जनता मिल कर शपथ लें की राज्य के विकास के लिए सभी मिलकर आगे कदम बढ़ाएंगे। तब ही स्थापना दिवस मनाने का मकसद पूरा होगा। साथ ही सरकार के विकास की योजना को सफल बनाने के लिए विधायकों, मंत्रियों, अफसरों और जनता को सच्चे मन से अपनी भागीदारी निभानी होगी। अगर ऐसा हुआ तो कोई शक नहीं कि झारखंड का तेजी से विकास होगा और देश के विकसित राज्यों की पंक्ति में झारखंड का नाम सबसे ऊपर होगा।
झारखंड बने शिक्षा हब
- अफसा तबस्सुम
'मुस्कान' कक्षा-10 गुरूनानक स्कूल, रांची।
राज्य में जब शिक्षा की बेहतर व्यवस्था होगी, उच्च शिक्षा यहां मुहैय्या करायी जायेगी तब ही राज्य शिक्षा हब बनेगा। जैसे-जैसे साक्षरता दर बढ़ेगी वैसे वैसे विकास का परचम राज्य भर में लहराएगा। हां यह जरूरी है कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्कूल-कॉलेज खोले जाये ताकि ग्रामीण युवकों-युवतियों को शिक्षा ग्रहण करने का पूरा मौका मिले। शिक्षा का दीप जलाने के लिए सिर्फ सरकार के भरोसे नहीं रहना चाहिए, जो साक्षर हैं, वह अपने ज्ञान की रोशनी से अपने क्षेत्र को रोशन करें, यह देश और राज्य हित में हमारा बहुमूल्य योगदान होगा। हमारी इस कोशिश से झारखंड की तकदीर और तस्वीर बदल जयेगी।
महंगाई से परेशान हैं लोग
- नौशाद 'पप्पु', हिनू, रांची।
महंगाई के कारण हर एक आदमी आज परेशान नजर आता है। राज्य सरकार को अपनी जनता को महंगाई की मार से बचाने का प्रयास करना चाहिए। जब चुनाव का मौसम आता है तो सभी पार्टी के नेता वोटरों को लुभाने के लिए झूठे वादे करते हैं। चुनाव जीतने के बाद नेता गलती से भी जनता से कभी नहीं पूछते क्या हाल है। झारखंड को इसबार बी.जे.पी. के हाथों में जनता ने बड़ी उम्मीदों के साथ सौंपा है। मुख्यमंत्री का फर्ज बनता है कि वे राज्य की जनता को कम से कम बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराए।
सीएम के पास अलाउद्दीन का चिराग नहीं है
- डा. एम.जे. आजाद
लाईफ मेडिको, रांची.
सन् 2000 में झारखंड राज्य का उदय हुआ था। तब से किसी भी पार्टी की सरकार ने राज्य की प्रगति के बारे में गंभीरता से काम नहीं किया। अब बारी आई है मुख्यमंत्री रघुवर दास की। मुझे पूरा विश्वास है कि रघुवर सरकार के नेतृत्व में राज्य का चहुमुखी विकास होगा। लेकिन समय लगेगा क्योंकि मुख्यमंत्री के पास अलाउद्दीन का चिराग तो है नहीं कि वह मिनटों में झारखंड की तमाम समस्याओं को हल कर दें। चौक-चौराहों चाय-पान की दुकानों में राजनीति की बात करने वालों को भला विकास के बढ़ते कदमों के निशान कहां से नजर आएंगे। इंतेजार करें बहुत जल्द भाजपा की सरकार विकास की ऊंचाइयों तक राज्य को ले जाएगी।