
पेट्रोलिंग के लिए झारखंड पुलिस को दिये पांच इनोवा
| | 2015-12-07T09:34:34+05:30
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[caption id="attachment_291454" align="aligncenter" width="602"] पांच इनोवा गाड़ियों के साथ सेल के रॉ मेटेरियल डिवीजन के निदेशक कल्याण मैती, आईजी (प्रोविजन) आर.के. मल्लिक एवं आईजी तथा प्रवक्ता एस.एन. प्रधान।[/caption]
रांची : स्टील अथारिटी आफ इंडिया (सेल) के रॉ मेटेरियल डिवीजन सारंडा के घने जंगल में स्थित अपनी चार खदानों के आसपास रहने वाले ग्रामीणों के विकास के लिए सीएसआर के तहत निरंतर 50 वर्षों से काम कर रहा है।
श्री मैती ने कहा कि रॉ मेटेरियल डिवीजन सारंडा के सुदूर गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, स्कील डेवलपमेंट एवं महिला सशक्तीकरण के कार्य को प्राथमिकता के आधार पर रहा है। श्री मैती ने कहा कि रॉ मेटेरियल डिवीजन इन क्षेत्रों के साथ-साथ खेलकूद के क्षेत्र में भी ग्रामीण प्रतिभाओं को सामने ला रहा है।
उन्होंने कहा कि लौह अयस्क क्षेत्र होने के कारण पानी का रंग मटमैला हो जाता है जिसे हम फिल्टर कर ग्रामीणों को उपलब्ध कराते हैं। कंपनी ने गांवों में सोलर सिस्टम भी चालू की है। उन्होंने कहा कि कार्य दक्षता के क्षेत्र में कंपनी अनेक कदम उठा रही है।
वर्षों तक किरीबुरू एवं गुवा में काम करने वाले कल्याण मैती ने बताया कि हम ग्रामीण बच्चों के रोजगार उन्मुखता के लिए प्रशिक्षण दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि मुख्यमंत्री रघुवर दास सारंडा गये और वहां सेल के सीएसआर कार्यों को देखा।
सारंडा में झारखंड पुलिस के सहयोग के बारे में पूछे जाने पर श्री मैती ने कहा कि पुलिस का हमेशा सहयोग मिलता रहा है।
श्री मैती ने किरीबुरू के तीरंदाजी एकेडमी की चर्चा करते हुए कहा कि यहां से अनेक प्रतिभाएं सामने आ रही हैं और वे अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम रोशन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सेल सारंडा के बड़े क्षेत्र में बसे ग्रामीणों के लिए आधारभूत संरचना का विकास कर रही है और साथ-साथ उनकी संस्कृति को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि सेल ने खदानों के आसपास रहने वाले ग्रामीणों के जीवन स्तर में सुधार के लिए पिछले कुछ वर्षों में लगभग 49 लाख रुपये खर्च किए हैं।
उन्होंने बताया कि आरएमडी ने 7 हजार रेडियो सेट का वितरण ग्रामीणों के बीच किया है। इसके अलावा 7 हजार सोलर लैंप का वितरण किया गया है।
श्री मैती ने बताया कि सेल ने दीघा गांव में सारंडा योजना के तहत प्रथम एकीकृत विकास केन्द्र (डी.डी.सी.) की स्थापना की। इस अवसर पर रॉ मेटेरियल डिवीजन के महाप्रबंधक एलएन मल्लिक ने कंपनी द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर आर.एम.डी. कोलकाता के कार्यपालक निदेशक आलोक श्रीवास्तव भी मौजूद थे।
आईजी (प्रोविजन) आर.के. मल्लिक एवं पुलिस प्रवक्ता एवं आईजी एस.एन. प्रधान ने सेल के पांच इनोवा देने के लिए आभार व्यक्त किया।
श्री प्रधान ने कहा कि यह खुशी की बात है कि सामाजिक विकास के क्षेत्र में कारपोरेट सेक्टर आगे बढ़ कर काम कर रहा है।
श्री प्रधान ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास लगातार इस बात पर बल देते हैं कि विकास के लिए सुरक्षा का वातावरण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि झारखण्ड पुलिस सारंडा में पूरी तरह चौकस है और वहां के लोग पहली बार पुलिस सुरक्षा के साए में बेखोफ रूप से जिंदगी गुजार रहे हैं। उन्होंने कहा कि पांच इनोवा गाड़ियों से राष्ट्रीय राजमार्ग में पेट्रोलिंग की जाएगी।
श्री प्रधान ने कहा कि सारंडा में हमारे 12 शिविर हैं और हम छह और शिविर स्थापित करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नक्सली हिंसा में हमारे 50 अधिकारी शहीद हो चुके हैं अत: उनकी शहादत को नमन करने के लिए लोगों को सुरक्षा प्रदान करना हमारा दायित्व एवं प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि आज सारंडा के जंगल में ग्रामीण हमारे शिविरों में आते जाते हैं और हमारे जवान उन्हें हर संभव सहायता करते हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास की सुरक्षा की कल्पना को साकार करने में झारखंड पुलिस तत्पर है और हमें संतोष है कि झारखण्ड पुलिस एवं अर्ध्दबल के जवानों ने जमशेदपुर राजमार्ग पर कम से कम पांच हजार लोगों की जान बचायी है। उन्होंने कहा कि हमलोगों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए आर्मर गाड़ी से गश्त करते हैं।
पूरन चन्द्र