
पत्रकारों को आवास देने का प्रयास होगा : सीएम
[caption id='attachment_291400' align='aligncenter' width='517'] रांची : प्रेस क्लब का शिलान्यास...
[caption id="attachment_291400" align="aligncenter" width="517"] रांची : प्रेस क्लब का शिलान्यास करते मुख्यमंत्री रघुवर दास। साथ में हैं नगर विकास मंत्री सीपी सिंह। [/caption]
रांची, बहुप्रतीक्षित रांची प्रेस क्लब भवन निर्माण कार्य का भूमि पूजन शनिवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि रांची प्रेस क्लब भवन का निर्माण यहां के पत्रकारों की मेहनत व प्रयत्न का फल है। उन्होंने कहा कि भविष्य में आवास नीति के तहत पत्रकारों को आवास मुहैया हो, इसका प्रयास सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता स्वतंत्रता से पूर्व एक मिशन थी जो अब व्यवसाय में परिवर्तित हो गयी है। इस क्षेत्र से जुड़े लोग व्यापार करें पर मिशन को सामने रखते हुए। पत्रकारिता सरकार की कमियों एवं खामियों को उजागर कर विकास को दिशा प्रदान करती है। साथ ही लोकतंत्र को भी मजबूत करती है। मुख्यमंत्री ने नकारात्मक पत्रकारिता के बजाय सकारात्मक पत्रकारिता पर विशेष रूप से बल दिया। उन्होंने कहा कि नकारात्मक पत्रकारिता से समाज में गलत संदेश जाता है। मीडिया गरीब, गांव एवं किसान की आवाज को अधिक मजबूत करें। साथ ही साथ निर्भीक व निष्पक्ष होकर रचनात्मक पत्रकारिता करें। इससे समाज के साथ राज्य का भी विकास होगा। श्री दास ने कहा कि पत्रकारिता में रचनात्मक आलोचना हो न कि व्यंगात्मक आलोचना। सनसनीपूर्ण खबरों के चक्कर में मुख्य तत्व गौण नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि धनबाद के अलावा देवघर में भी प्रेस क्लब भवन का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को दुर्घटना बीमा के अलावा अब सामान्य मृत्यु पर भी 5 लाख रुपये अनुदान राशि सरकार देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखण्ड राज्य के निर्माण में पत्रकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि झारखण्ड के विकास में भी पत्रकारिता की महत्ती भूमिका होगी।
इससे पूर्व अपने सम्बोधन में नगर विकास मंत्री सी.पी. सिंह ने कहा कि वर्ष 2009 में रांची प्रेस क्लब के लिए भूमि का आवंटन हुआ था लेकिन राजनीतिक अस्थिरता के कारण प्रेस क्लब भवन अस्तित्व में नहीं आ सका। वर्तमान सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है और 18 महीने के अंदर इसका निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा है। श्री सिंह ने प्रेस क्लब भवन में व्यायामशाला की भी व्यवस्था करने की बात रखी। इस मौके पर श्री सिंह ने सरकार से पत्रकारों के लिए पत्रकार कालोनी बनाने की पहल करने की अपील की।
देर आयद, दुरूस्त आयद
इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार तथा रांची प्रेस क्लब के अध्यक्ष बलबीर दत्त ने कहा कि देर आयद दुरूस्त आयद अर्थात देर से ही सही परन्तु कार्य धरातल पर उतरना शुरू हो गया है। अन्य प्रदेशों की राजधानियों एवं बड़े शहरों में प्रेस क्लब व भवन हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां सरकार ने प्रेस क्लब के लिए भव्य भवन उपलब्ध कराया है। राज्य में पहले मात्र 3-4 अखबार थे। अब 40 से अधिक अखबार तथा 30 से अधिक दृश्य मीडिया हैं। प्रेस क्लब भवन बनने के बाद पत्रकारिता से जुड़े लोग एक-दूसरे से आसानी से संवाद कायम कर पायेंगे तथा एक-दूसरे का हाल-चाल जान पायेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार और मीडिया दोनों एक दूसरे के पूरक हैं।
मीडिया की अहम भूमिका : संजय
मुख्यमंत्री सचिवालय के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा कि प्रेस क्लब भवन की मांग लम्बे समय से की जा रही थी। लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका क्या है, यह सर्वविदित है। कार्यपालिका एवं विधायिका के कार्यों की मोनिटरिंग (समय समय पर समीक्षा) पत्रकार ही करता है। वित्त विभाग के प्रधान सचिव अमित खरे ने कहा कि जो कार्य पिछले 15 वर्षों से लंबित था वह आज सरकार एवं सूचना जनसम्पर्क विभाग की सक्रियता और पत्रकारों के प्रयासों से पूरा हो रहा है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ्य लोकतंत्र के लिए मीडिया की उपस्थिति महत्वपूर्ण है। प्रेस क्लब के निर्माण कार्य के लिए सरकार का आभार प्रकट करते हुए स्थानीय सांसद रामटहल चौधरी ने कहा कि पत्रकारिता जगत की यह पुरानी मांग थी। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ माना जाता है। सरकार ने जिर प्रकार गंभीरता से प्रेस क्लब भवन के निर्माण में दिलचस्पी दिखायी है, वह प्रशंसा के लायक है। कार्यक्रम में विभिन्न मीडिया हाउस के संपादक, वरिष्ठ पत्रकार, मीडियाकर्मियों के अलावा सूचना जनसंपर्क विभाग के निदेशक अवधेश पाण्डेय, उपनिदेशक श्रीमती शालिनी सहित कई लोग उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन भवन निर्माण विभाग के सचिव के.के. सोन ने किया। उन्होंने बताया कि लगभग 6 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले प्रेस क्लब भवन में सभी सुविधाएं उपलब्ध होगी तथा यह चार मंजिला होगा। उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य पूरा करने के लिए 18 माह की समय सीमा निर्धारित की गयी है।