
दवा दुकान हड़ताल का व्यापक असर
| | 2015-10-15T11:37:05+05:30
[caption id='attachment_288503' align='aligncenter' width='533'] रिम्स स्थित दवाई दुकान में लोगों...
[caption id="attachment_288503" align="aligncenter" width="533"] रिम्स स्थित दवाई दुकान में लोगों की भीड़। [/caption]
रांची, आनलाइन दवा बिक्री के विरोध में झारखंड के 18 हजार दवा दुकान बंद रहे जिससे अस्पतालों में भर्ती मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। झारखण्ड केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के महासचिव अमर कुमार सिन्हा ने बताया कि उपभोक्ता के संरक्षण और अपना दवा व्यवसाय सुरक्षित करने के लिए राज्य के सभी दवा दुकानदार सरकार का ध्यान आकृष्ट करने के लिए स्वत: दुकानें बंद रखी। श्री सिन्हा ने बताया मरीजों की सुविधा के लिए नर्सिंग होम एवं अस्पतालों के दवा दुकानों को बंदी से मुक्त रखा गया था ताकि इलाजरत मरीजों को दवा मिल सके।
रिम्स सहित शहर के विभिन्न नर्सिंग होम एवं प्राइवेट अस्पतालों में स्थित दवा दुकानें खुली रहीं। इन दुकानों को बंद से मुक्त रखा गया था जिसके कारण इन दुकानों में खरीददारों की काफी भीड़ देखी गयी। अधिकतर लोगों को आवश्यक दवाएं मिलीं जबकि कुछ लोग वंचित भी रहे। लोग लंबी कतार लगा कर दवा खरीदने को विवश थे।