रांची, रांची विश्वविद्यालय के टीआरएल विभाग में कार्यरत 51 शिक्षकों के लिए अच्छी खबर है। उनकी सेवा की गणना जुलाई 1989 से की जाएगी। सिंडिकेट की विशेष बैठक में इस प्रस्ताव को रखा गया जिसे सर्वसम्मति से स्वीकृति प्रदान कर दी गयी।
कुलपति प्रो. रमेश पांडेय ने बैठक की अध्यक्षता की। अब इस प्रस्ताव को सितंबर माह में होने वाले सीनेट की बैठक में रखा जाएगा। वहां से प्रस्ताव के अनुमोदन के बाद इसे राजभवन भेजा जाएगा।
राजभवन द्वारा प्रस्ताव को स्वीकृत दिए जाने के बाद टीआरएल शिक्षकों का वेतन निर्धारण 16 इंक्रीमेंट जोड़कर किया जाएगा। इसके बाद इस प्रस्ताव को एचआडी में अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा। वहां से स्वीकृति मिलते ही एरियर और नये वेतनमान के अनुसार प्रतिमाह वेतन का भुगतान किया जाएगा। एरियर मद में शिक्षकों को लाखों मिलेंगे। वहीं प्रतिमाह वेतन में भी काफी वृध्दि होगी। प्रत्येक शिक्षक का वेतन लाख रुपए से अधिक हो जाएगा। जेपीएससी ने टीआरएल शिक्षकों की सेवा 18 अप्रैल 2006 को कन्फर्म की थी। वहीं शिक्षकों को गैरयोजना मद में 15 जुलाई 1989 को रखा गया था। बैठक में कुलपति के अलावा, प्रो वीसी डा. एम. रजिउद्दीन, डीएसडब्ल्यू डा. एससी गुप्ता, प्रॉक्टर डा. दिवाकर मिंज, रजिस्ट्रार डा. अमर कुमार चौधरी, जेएन उरांव, पवन साहु, प्रकाश उरांव, ए.के. महतो, रामचंद्र नायक, सीएम सिंह, लक्ष्मी मुंडा समेत अन्य सदस्य उपस्थित थे। बैठक में विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव विशेष तौर पर उपस्थित थे।