
टिंटू लूका ने जीता स्वर्ण, जानसन ने रजत
वुहान, उड़नपरी पीटी ऊषा की शिष्या टिंटू लूका ने अपनी श्रेष्ठता साबित करते हुये एशियाई एथलेटिक्स...
वुहान, उड़नपरी पीटी ऊषा की शिष्या टिंटू लूका ने अपनी श्रेष्ठता साबित करते हुये एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप के पांचवें और अंतिम दिन रविवार को महिलाओं की 800 मीटर दौड़ का स्वर्ण पदक जीत लिया जबकि जिनसन जानसन ने पुरुषों की स्पध्र्दा में रजत पदक हासिल किया। भारत ने प्रतियोगिता के आखिरी दिन एक स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक जीते। स्टार एथलीट टिंटू ने दो मिनट 01 53 सेकेंड का समय लेकर 800 मीटर का स्वर्ण जीता। भारत का प्रतियोगिता में यह चौथा स्वर्ण पदक था। इससे पहले इंद्रजीत सिंह ने पुरूषों की गोलाफेंक स्पध्र्दा, विकास गौड़ा ने चक्का फेंक में और ललिता बाबर ने 3000 मीटर स्टीपलचेज दौड़ में स्वर्ण पदक जीते थे। जानसन ने पुरुषों की 800 मीटर दौड़ में एक मिनट 49 69 सेकेंड में रजत पदक हासिल किया। धर्मवीर सिंह और श्रावणी नंदा ने पुरुषों और महिलाओं की 200 मीटर दौड़ में कांस्य पदक हासिल किया। धर्मवीर ने साथ ही 15 वर्ष पुराना राष्ट्रीय रिकार्ड भी ध्वस्त कर दिया। महिलाओं की चार गुणा 400 मीटर रिले टीम ने रजत पदक जीता। टिंटू ने इस जीत के साथ ही अगस्त में होने वाली विश्व चैंपियनशिप में भी अपनी जगह बना ली है। हालांकि अभी उन्हें 2016 के रियो ओलंपिक के लिये क्वालिफाई करने का इंतजार है। पुरुषों की 800 मीटर स्पध्र्दा में जानसन स्वर्ण पदक जीत सकते थे यदि उन्होंने मई में फेडरेशन कप का अपना एक मिनट 47 58 सेकेंड का समय निकाला होगा। गत चैंपियन कतर के मुसाब बाला ने एक मिनट 49 40 सेकेंड में स्वर्ण पदक जीता। जापान के कावामोतो शो ने एक मिनट 50 50 सेकेंड में कांस्य पदक जीता। भारत को पुरुषों और महिलाओं की 200 मीटर स्पध्र्दाओं में कांस्य पदक मिले। श्रावणी नंदा ने 23 54 सेकेंड का अपना सर्वश्रेष्ठ समय निकालते हुये कांस्य पदक जीता।