
झारखंड आंदोलनकारियों की अनदेखी कर रही सरकार ः हेमंत
रांची, नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने रघुवर सरकार पर झारखंड आंदोलनकारियों की अनदेखी करने का आरोप...
रांची, नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने रघुवर सरकार पर झारखंड आंदोलनकारियों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने सोमवार को अपने आवास पर आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि बीते दिनों हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में जेपी आंदोलनकारियों को सम्मान और सुविधाएं देने का निर्णय लिया है। ऐसे निर्णयों से सरकार ने झारखंड आंदोलनकारियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का काम किया है।
जेपी आंदोलन से झारखंड आंदोलन की तुलना करना सही नहीं है। झारखंड के आंदोलनकारी आंदोलनकारी चिन्हितीकरण आयोग के कार्यालय का चक्कर लगाकर थक चुके हैं लेकिन उन्हें आज तक कुछ नहीं मिला है। ऐसा करके सरकार ने स्थानीय अस्मिता के साथ खिलवाड़ करने का काम किया है। हेमंत ने कहा कि जब राज्य में उनकी सरकार थी तो उन्होंने झारखंड आंदोलनकारियों को नौकरी और मान-सम्मान देने का पूरा प्रयास किया। उन्होंने कहा कि झामुमो के घोषणापत्र में यह घोषणा की गई थी कि राज्य में पार्टी की सरकार बनती है तो सरकार आंदोलनकारियों के लिए 500 करोड़ की योजनाएं चलायेगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा में भी जेपी आंदोलनकारियों को सुविधाएं मुहैया कराई गई है।
फिसलने से चोटिल हुए हेमंत
झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन चोटिल हो गए हैं। उनके दाहिने हाथ में चोट आई है। अपने आवास में फिसल जाने के कारण उन्हें चोट आई है। गुरुवार को जब हेमंत सोरेन संवाददाता सम्मेलन में आए तो दाहिने हाथ में स्लिंग लगा देख पत्रकारों ने सवाल पूछा कि कैसे चोट लगी। कहीं यह विरोधी दलों की साजिश तो नहीं।
इस सवाल पर हेमंत सोरेन मुस्कुराने लगे। उन्होंने हंसते हुए कहा कि बडे-बड़े शहरों में छोटी-छोटी घटनाएं होती रहती हैं। बाद में पत्रकारों ने उनके जल्दी स्वस्थ होने की कामना की और उनके स्लिंग पर गेट वेल सून लिखा।
झामुमो के प्रवक्ता विनोद पांडेय ने बताया कि बीते दिनों आवास पर फिसलने के कारण उन्हेें चोट आई है। डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है।