
चीनी, जापानी, आयरलैंड के वैज्ञानिकों को अवार्ड
| | 2015-10-06T11:06:11+05:30
नयी दिल्ली, 2015 के चिकित्सा के नोबेल पुरस्कार की घोषणा कर दी गयी है और इसे संयुक्त रूप से तीन...
नयी दिल्ली, 2015 के चिकित्सा के नोबेल पुरस्कार की घोषणा कर दी गयी है और इसे संयुक्त रूप से तीन लोगों को दिया गया है, जिनमें आधे की हकदार चीन की तू यूयू हैं, जिन्होंने मलेरिया के खिलाफ एक नये उपचार की खोज की, जबकि शेष आधा पुरस्कार कीड़े-मकोड़ों द्वारा पैदा होने वाले संक्रमणों के खिलाफ नया उपचार खोजने वाले विलियम सी कैम्पबेल तथा सतोषी ओमुरा को दिया गया है। इस पुरस्कार की घोषणा स्टॉकहोम में चिकित्सा पर नोबेल कमेटी की सचिव अरबन लेन्डाल ने की।
2015 का नोबेल पुरस्कार पाने वाले दूसरे हैं जापानी बायोकैमिस्ट सतोषी ओमुरा जिनका जन्म 12 जुलाई, 1935 को हुआ था और उन्हें दवाओं के क्षेत्र में कई माइक्रोऑर्गेनिज्म विकसित करने के लिये जाना जाता है। इस वर्ष का नोबेल पुरस्कार उन्हें आयरिश बायोकैमिस्ट विलियम सी. कैम्पबेल के साथ संयुक्त रूप से दिया गया है और यह परजीवी से होने वाले संक्रमणों के खिलाफ नई उपचार पध्दति विकसित करने के लिये मिला है।
2015 का चिकित्सा का नोबेल पाने वाले तीसरे हैं आयरिश बायोकैमिस्ट विलियम सी. कैम्पबेल, जिनका जन्म वर्ष 1930 में हुआ, और वह इस वक्त ड्रू यूनिवर्सिटी में सेवानिवृत्त रिसर्च फेलो हैं। विलियम सी. कैम्पबेल ने ग्रेजुएशन डबलिन (आयरलैंड) के ट्रिनिटी कॉलेज से किया था, और पीएचडी यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सिन से। वर्ष 1957 से 1990 तक वह मर्क इंस्टीटयूट ऑफ थैराप्यूटिक रिसर्च से जुड़े रहे।