
ग्रामीण योजनाओं की निगरानी करें विधायक ः सीएम
रांची, : विधायक भी गांवों में चल रही योजनाओं के क्रियान्वयन एवं उसकी गुणवत्ता की निगरानी करें और...
रांची, : विधायक भी गांवों में चल रही योजनाओं के क्रियान्वयन एवं उसकी गुणवत्ता की निगरानी करें और उसकी सूचना विभाग को भी दें। इससे चेक एंड बैंलेस भी सुनिश्चित होगा तथा गांवों में हो रहे विकास कार्यों की बेहतर निगरानी हो पाएगी। मुख्यमंत्री रघुवर दास गुरुवार को अपने आवास पर ग्रामीण विकास विभाग के योजना बनाओ अभियान की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार गांवों को ध्यान में रख कर ही अगले साल का बजट बना रही है। गांव खुशहाल होंगे, तभी राज्य विकसित होगा। उन्होंने विकास कार्यों में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने की बात कही। उन्होंने निर्देश दिया कि स्वयं सहायता समूह बना कर महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा विकास कार्यों में शामिल करें और योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए 4-5 विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य करें। योजनाओं को पूर्ण करने में पैसे की कमी नहीं होने दी जायेगी। साथ ही गांवों का पानी गांवों में ही संरक्षित रहे, इसके लिए विशेष योजना बनायें। जितने भी तालाब-कुएं जीर्ण-शीर्ण हैं, उनका जीर्णोध्दार जल्द से जल्द करायें और यदि अतिरिक्त तालाब-कुएं खुदवाने की जरूरत है तो उसे भी खुदवाये। उन्होंने कहा कि आगामी मानसून के पहले कार्य धरातल पर दिखे, इसके लिए तीव्र गति से कार्य किया जाना चाहिए। काम की प्रगति और समीक्षा के लिए बाहरी एजेंसी की भी मदद लें, इससे काम की स्थिति का सही आंकलन होगा। मुख्यमंत्री ने गांव में पशुपालन को बढ़ावा देने पर बल दिया। महिलाओं को गाय देने की योजना को सही तरीके से लागू करने के लिए पशु चिकित्सकों की उपलब्धता भी जरूरी बतायी। बैठक में वित्त विभाग के प्रधान सचिव अमित खरे, ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव एनएन सिन्हा, जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के प्रधान सचिव एपी सिंह, कृषि विभाग के सचिव नितिन मदन कुलकर्णी मौजूद थे।