
गिर नेशनल पार्क में 11 एशियाटिक शेर शावकों की किलकारी
| | 2015-07-20T08:57:10+05:30
रांची : राज्यसभा सांसद परिमल नथवाणी ने गुजरात के गिर नेशनल पार्क में 11 एशियाटिक शेर शावकों के जन्म...
रांची : राज्यसभा सांसद परिमल नथवाणी ने गुजरात के गिर नेशनल पार्क में 11 एशियाटिक शेर शावकों के जन्म पर हार्दिक खुशी जाहिर की है। एशियाटिक शेरों के प्रति अथाह प्रेम रखने वाले परिमल नथवाणी ने अहमदाबाद से टेलीफोन पर रांची एक्सप्रेस के मुख्य संवाददाता पूरनचन्द्र से बातचीत करते हुए कहा कि दस एशियाटिक शेरों के मरने से गिर एवं पर्यटकों में निराशा छा गया थी परन्तु 11 शावकों के जन्म से गिर में रौणक लढ़ गयी है। मालूम हो कि परिमल नथवाणी एशियाटिक शेरों पर एक पुस्तक भी लिख रहे हैं। मालूम हो कि नथवाणी ने एशियाटिक शेर को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की मांग की थी। श्री नथवाणी फुर्सरत मिलन पर गिर नेशनल पार्क का परिदर्शन जरूर करते हैं।
इधर गिर नेशनल पार्क के उप वन संरक्षक संदीप कुमार ने कहा है कि इन शावकों के जन्म से वन कर्मियों में खुशी की लहर है।
संदीप कुमार ने बताया कि चार शेरनियों ने 11 शावकों को जन्म दिया। तीन शेरनियों ने तीन-तीन तथा चौथी शेरनी दो शावकों को जन्म दिया। अभी तक शावकों को बड़ी हिफाजत से रखा जा रहा है एक शेरनी एक बार में तीन-चार शावकों को ही दूध पिला सकती है। गिर ही एक नेशनल पार्क हा जहां एशियाटिक शेरों का बसेरा है। हाल की बढ़ा में गिर के दस बब्बर एशियाटिक शेरों की मृत्यु हो गयी थी तब मायूसी छा गयी थी, लेकिन 11 शावकों की किलकारी ने जंगल में एक नया वातावरण बना दिया है।
गत मई में जारी एशियाटिक शेरों की गणना के अनुसार गिर एवं आसपास के जंगलों में एशियाटिक शेरों की संख्या 523 हो गयी हैजो 2010 की अपेक्षा 27 प्रतिशत ज्यादा है।
गिर में नेशनल पार्क में एशियाटिक शेरों को देखने के लिए देशभर के अलावा विदेशों से भी सैलानी आते हैं। 11 शावकों के जन्म से गिर के प्रति पर्यटकों का आकर्षण बढ़ गया है। झारखंड सहित अन्य राज्यों के पर्यटक गिर नेशनल पार्क के परिदर्शन की योजना बना रहे हैं। पर्यटकों गिर में रहने एवं जंगल की सैर को लेकर अभी से रोमांचित है। गिर नेशनल पार्क परिदर्शन का सबसे अच्छा मौसम अक्तूबर से दिसम्बर तक होता है। एशियाटिक शेरों के कारण आज गिर सुर्खियों में है परन्तु दुर्भाग्य से राष्ट्रीय गणना के अनुसार झारखंड में मात्र तीन शेर हैं। झारखंड के पलामू में टाइगर प्रोजेक्ट है परन्तु वहां शेरों की संख्या लगातार घट गयी है। राज्यसभा सदस्य परिमल नथवाणी का गिर नेशनल पार्क से वर्षों का संबंध रहा है। वह पार्क के चप्पे-चप्पे से परिचित हैं। उन्हें न केवल गिर बल्कि विश्व के अनेक सफारी का परिदर्शन करने का अवसर मिला है।