
गर्मियों में कैसे करें शरीर की देखभाल
| | 2015-06-23T20:47:59+05:30
गर्मी के कारण कई बार हाथ, पैर व सारे शरीर में जलन होने लगती है तब मन बेचैन हो जाता है अतः ऐसी...
गर्मी के कारण कई बार हाथ, पैर व सारे शरीर में जलन होने लगती है तब मन बेचैन हो जाता है अतः ऐसी स्थिति में कुछ घरेलू उपाय आजमा कर लाभ उठाएं।
हाथ पैर की जलन
) पुदीना या हरा धनिया पीसकर हाथ-पैर पर लगाने से जलन मिटती है।
) मेंहदी लगाने से जलन दूर होकर ठंडक मिलती है।
) कच्चे प्याज का रस लगाने से गर्मी की जलन शान्त होती है।
) हाथ पैर पर बकरी का दूध मलने पर जलन दूर होती है।
) पका पपीता पीसकर हाथ-पैर पर लगाने से गर्मी से राहत मिलती है।
) सूखा धनिया व चावल बराबर मात्रा में लेकर फुला लें। प्रातः पीसकर गरम करके पिएं। जलन शांत होती है।
) सतू खाने से शरीर की जलन मिटती है।
) दिन में आंवले, सेब या किसी भी चीज का जरा सा मुरब्बा खा लेने से जलन नहीं होती।
) सौंफ का चूर्णदूध में मिलाकर पीने से शरीर में जलन नहीं होती।
बर्फ के गुण
बर्फ का प्रयोग आम आदमी की जिन्दगी की एक आवश्यकता बन गया है। बर्फ केवल खाने के काम ही नहीं आती बल्कि कई रोगों में भी इसका उपयोग होता है।
) शरीर के किसी भाग से खून आ रहा है तो उस जगह बर्फ लगाने से खून आना शीघ्र बन्द हो जाता है।
) फांस गड़ जाने पर बर्फ लगा देने से वह जगह सुन्न हो जाती है जिससे फांस आसानी से निकाली जा सकती है।
) पैर में मोच आ जाने पर बर्फ रगड़ने से सूजन नहीं आती।
) गर्मी में लू लगने पर बर्फ के टुकड़े हाथ-पैरों पर मलने से शीघ्र आराम होता है।
उमस दूर करे छाछ
) जिस छाछ (मट्ठे) को हम तुच्छ समझते हैं वह हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यन्त गुणकारी व उपयोगी है।
) जो लोग दूध को पचाने में असमर्थ हैं उनके लिए छाछ पीने से बवासीर के रोगियों को पर्याप्त लाभ होता है।
) छाछ गंभीर बीमारियों में भी लाभदायक है। हृदय रोग व उच्च रक्तचाप के रोगियों के लिए यह उत्तम पेय है, क्योंकि यह कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ाती, साथ ही पोषक तत्व प्रदान करती है।
) छाछ के नियमित सेवन से त्वचा खूबसूरत व लावण्यमयी होती है।
ग्रीष्म काल में उत्तम पुदीना
) रस निकालकर शर्बत बनाकर नियमित पिएं। यह ग्रीष्म काल का उत्तम हानिरहित पेय है।
) यह एक अच्छा माउथवाश है। भोजन के बाद प्रतिदिन कुछ पत्तियां चबाएं। सांसों में कभी दुर्गन्ध की शिकायत नहीं होगी।