
खोये-भटके बच्चों को हुनरमंद बनाने का करेंगे प्रयास ः मुख्यमंत्री
| | 2015-06-26T10:18:41+05:30
रांची, मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य सरकार खोए-भटके हुए बच्चों को उनके घरवालों को सुपूर्द...
रांची, मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य सरकार खोए-भटके हुए बच्चों को उनके घरवालों को सुपूर्द करने एवं घरवालों का पता नहीं चलने की स्थिति में उनके सुरक्षित पालन-पोषण एवं उन्हें हुनरमंद बनाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि पलायन एवं ट्रैफिकिंग के जाल से बचायी गयी बच्चियों को सरकार हुनरमंद बनाकर उन्हें रोजगार से जोड़ेगी। मुख्यमंत्री ने बताया लगभग 20 हजार पुनर्वासित बच्चे, बच्चियों एवं महिलाओं का कौशल विकास कर उन्हें आर्थिक रुप से स्वावलम्बी बनाया जाना है। मुख्यमंत्री आज कल्याण मंत्री डा. लुईस मरांडी के साथ रांची के कांके प्रखण्ड के अरसंडे में नवनिर्मित नारी निकेतन स्ेहाश्रय का उद्धाटन कर रहे थे।
झारखण्ड महिला विकास समिति द्वारा संचालित इस नारी निकेतन में बेसहारा, पीड़ित, गुमशुदा, प्रताड़ना की शिकार एवं ट्रैफिकिंग से मुक्त करायी गयी 30 बालिकाओं, किशोरियों, महिलाओं के अल्प अवधि के आवासन की व्यवस्था की गयी है। इस दौरान कॉन्सिलिंग कर परिवार के साथ आपसी सामंजस्य स्थापित कराने सहित मेडिको-लीगल सहायता एवं किसी कौशल से जोड़ कर स्वावलम्बी बनाने के प्रयास किए जाएंगे। महिला हेल्पलाइन एवं राज्य के सभी पुलिस थानों को इस बाबत सूचित कर दिया गया है। वर्तमान में इस ट्रांजिट होम में ट्रैफिकिंग से मुक्त कराई गई पांच पीड़िताओं को आश्रय दिया गया है।
इस अवसर पर सांसद रामटहल चौधरी, विधायक डॉ. जीतू चरण राम, प्रधान सचिव समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास विभाग मृदुला सिन्हा, मुख्यमंत्री के सचिव सुनील कुमार वर्णवाल, रांची के उपायुक्त मनोज कुमार सहित बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण उपस्थित थे।