कानपुर (हि.स.)। सूबे के मुखिया महिला अपराधों पर रोकथाम के लिए कई घोषणाएं कर रहे हों, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। मैनपुरी के किशनी में महिला के साथ मारपीट का मामला अभी लोग भूले भी नहीं थे कि कानपुर के जूही इलाके में भी ऐसी ही घटना देखने को मिली। यहां पर खाकी वर्दी में दरोगा द्वारा महिलाओं से छेड़छाड़ व मारपीट का मामला सामने आया है। एसएसपी ने कोतवाल को जांच कर आरोपी दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।
जूही थानाक्षेत्र के कच्ची बस्ती परमपुरवा निवासी धर्मेन्द्र कुमार ने बताया कि वह होटल संचालक है। इसमें उनकी पत्नी रामादेवी, बड़ी बेटी दामिनी तीन अन्य बहने मदद करती है। आरोप है कि देररात वह होटल का काम बढ़ाकर परिवार के साथ खाना खा रहे थे। तभी वह पर जूही थाने की परमपुरवा चौकी इंचार्ज जितेन्द्र कुमार यादव आ गये। उनके साथ कुछ और लोग भी थे। होटल में खाना खाने से पहले वह शराब की बोतल खोलने लगे। तभी दामिनी ने देख लिया और शराब पीने से मना करते हुए दीवार पर लगा बोर्ड दिखाया। बोर्ड के अनुसार होटल में शराब पीना कानून अपराध है। जिसपर दारोगा ने उसे दामिनी के साथ अभद्रता शुरू कर दी। विरोध करने पर दारोगा ने होटल संचालक समेत महिलाओं को पीटा और सामान फेंक दिया। जानकारी जब पुलिस को हुई तो विभागीय होने पर थानेदार मामले को दबाने लगे। जब मीडिया में मामला पहुंचा तो एसएसपी ने संज्ञान में लिया और विभागीय जांच के आदेश दिए। इधर पीड़ित परिवार ने एसएसपी से मदद की गुहार लगाई है। होटल संचालक का आरोप है कि दारोगा उन्हें धमका रहा है और कहा रहा है कि मामले में समझौता कर लो क्यों कि मेरा कुछ नहीं होगा। लगातार दबाव के बाद पीड़ित परिवार एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई। मामले में एसएसपी आकाश कुलहरि ने बताया कि जूही इंस्पेक्टर को आरोपी दरोगा की जांच सौंपी गई है। जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
महिला आयोग उठायेगा कदम
होटल संचालक के साथ अभद्रता और महिलाओं को पीटने के मामले में अगर पीड़िताओं को पुलिस न्याय नहीं दिलाती है तो महिला आयोग की कार्यकर्ता इसमें हस्तक्षेप करेंगे। कार्यकर्ता नेहा साहू ने बताया कि महिलाओं पर अत्याचार को कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा और वह पीड़ितों को किसी भी हाल में न्याय दिलवाकर रहेंगी।