
एडवांस रिसर्च सेंटर इसी सत्र से प्रारंभ होगा : कुलपति
हजारीबाग,: विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. गुरदीप सिंह ने कहा कि परिसर में चल रहे...
हजारीबाग,: विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. गुरदीप सिंह ने कहा कि परिसर में चल रहे इंजीनियरिंग कालेज (यूसेट) को एआईसीटीई से मान्यता दिलाना उनकी अब तक सबसे बड़ी उपलब्धि है। इस मान्यता से कालेज के छात्रों को सबसे बड़ा लाभ मिलेगा। एक तरफ उन्हें बैंकों से शिक्षा ऋण मुहैया होगा, वहीं दूसरी ओर बड़ी बड़ी कंपनिया कैंपस सलेक्शन के लिए आएगी। उपरोक्त बातें कुलपति प्रो. सिंह ने आज रांची एक्सप्रेस संवाददाता से बातचीत करते हुए कही। उन्होंने कहा कि यूसेट में सिविल व पर्यावरण इंजीनियरिंग की पढ़ाई अगले साल से शुरू होगी, प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। सरकार से भी एनओसी प्राप्त हो चुका है। कहा कि यह कालेज अपने भवन में स्थानांतरित किया जा चुका है। सीबीसीएस को लेकर विश्वविद्यालय एवं विश्वविद्यालय के बाहर उठ रहे बवाल के बावत पूछे जाने पर कुलपति प्रो. सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय में शैक्षणिक वातावरण बनाने को लेकर इस सत्र से स्नातक में यह सिस्टम लागू किया गया है। पाठ्यक्रम के बारे में कार्यशाला आयोजित कर विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, प्राचार्य एवं शिक्षकों को विशेष तौर पर जानकारी उपलब्ध करायी गयी। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम को लागू होने से पढ़ाई पूरी होगी। मास्टर रूटीन व लेक्चर प्लान भी बनाया गया है। सीबीसीएस सिस्टम स्नातक स्तर पर राज्य में केवल विनोबा भावे विश्वविद्यालय में लागू किया गया है। कहा कि विश्वविद्यालय को एक परिवार के रूप में ढालने का कार्य किया जा रहा है। कुलपति प्रो. सिंह ने आगामी योजनाओं के बावत बताया कि कई कालेजों को नैक की मान्यता दिलाना उनका अगला लक्ष्य है। वर्तमान में पी के राय मेमोरियल कालेज धनबाद, रामगढ कालेज, गुरुनानक कालेज सहित 8 कालेजों को नैक की मान्यता मिली है। कई कालेजों को विकास के लिए अनुदान भी प्राप्त हुआ है। विश्वविद्यालय में खेल मैदान का अभाव था। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से प्राप्त राशि से दो खेल मैदान बनाए जा रहे हैं। मैदान का पूरा काम बरसात के बाद प्राथमिकता के स्तर पर पूरा किया जाएगा। मैदान में दो अंतर्विभागीय खेल करवाए गए हैं। विश्व योग दिवस पर भी विभावि में योग कार्यक्रम किया गया। बरसात के बाद पुन: योग शिविर लगाया जाएगा। विश्वविद्यालय में वर्षों से बंद पड़े अतिथिशाला, विवेकानंद सभागार, सरोजनी नायडू महिला छात्रावास एवं जिम को चालू करवाया गया है। जल्द ही कैंटिन भी प्रारंभ करवाया जाएगा। फिलहाल कैंटिन का मामला न्यायालय में लंबित है। न्यायालय से फैसला आते ही इसे शुरू करवाया जाएगा। वाणिज्य भवन में एडवांस साइंस टेक्नोलॉजी सेंटर प्रारंभ किया जाएगा। सेंटर रिसर्च विज्ञान भवन दो में खोलने का प्रस्ताव है। रिसर्च सेंटर खुलने से विनोबा भावे विश्वविद्यालय में अध्ययन करने वाले छात्रों को लाभ हाेंगा। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय में चल रहे सभी विभागों को अत्याधुनिक बनाने का काम किया जा रहा है। केन्द्रीय पुस्तकालय में आटोमेशन का कार्य किया जा रहा है। पहले चरण में करीब 26 हजार पुस्तकों का आटोमेशन का काम पूरा कर लिया गया है। विनोबा भावे विश्वविद्यालय में जल्द ही छात्र संघ चुनाव भी करवाया जाएगा। चुनाव को लेकर तिथि घोषित की गई है। छात्र नेताओं से इस मामले पर चर्चा कर इसपर अंतिम निर्णय ले लिया जाएगा। कुलपति ने कहा कि वे अपने कार्यकाल में मेडिकल कालेज खोले जाने को प्राथमिकता के रूप में रख चुके हैं। इसके लिए विनोबा भावे विश्वविद्यालय को राज्य कैबिनेट ने बैठक कर जमीन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। केन्द्रीय कारागार के कारा अधीक्षक के आवास के सामने की 25 एकड़ भूमि पर कालेज का निर्माण कराया जाएगा। 15 अगस्त के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास से मेडिकल कालेज के शिलान्यास करवाने के लिए प्रयास किया जा रहा है। इस कार्य में केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री सह सांसद जयंत सिन्हा का बड़ा योगदान है। श्री सिन्हा के माध्यम से करीब 350 करोड़ रुपये कालेज निर्माण के लिए उपलब्ध करवाने का प्रस्ताव है। वर्तमान समय में केन्द्र सरकार से 30 करोड़ एवं राज्य सरकार द्वारा 7 करोड़ रुपया आवंटित किया गया है। रामगढ़, चतरा एवं कोडरमा में महिला कालेज खोले गए हैं। बिरनी एवं चतरा में मॉडल कालेज का काम प्रारंभ कर दिया गया है। गेस्ट फैकल्टी के तौर पर शिक्षकों को कक्षा लेने के लिए व्यवस्था की गई है।