
इस शहर में नहीं रहता है कोई गरीब
| | 2016-09-02T12:13:38+05:30
नयी दिल्ली (एजेंसी) :- मेलबर्न शहर ऑस्ट्रेलिया का दूसरा सबसे बड़ा और पुराना शहर है। मेलबर्न की 38...
नयी दिल्ली (एजेंसी) :- मेलबर्न शहर ऑस्ट्रेलिया का दूसरा सबसे बड़ा और पुराना शहर है। मेलबर्न की 38 फीसदी आबादी विदेशी है। साल 1880 में मेलबर्न दुनिया का सबसे धनी शहर था और यहां निवास करने वाला कोई भी इंसान गरीब नहीं कहलाता है।
साल 1906 में दुनिया की पहली फीचर 'द स्टोरी ऑफ द नेड कैली गैंग' को मेलबर्न में फिल्माया गया था। माना जाता है कि दुनिया में ऐसी कोई जगह नहीं है जो कि मेलबर्न की तरह बेहतर जीवन यापन उपलब्ध करा सके। पूरी दुनिया के ज्यादातर लोग ऑस्ट्रेलिया को दो बड़ी वजहों से जानते हैं। एक तो क्रिकेट और दूसरी यह कि यह रहने के लिहाज से काफी बढ़िया देश है। क्रिकेट के प्रति यहां के लोगों का लगाव जगजाहिर है।
मालूम हो कि ऑस्ट्रेलिया दुनिया का छठा सबसे बड़ा देश है। ऑस्ट्रेलिया की सबसे खास बात यह है कि इसके पास मेलबर्न जैसा शहर है, जिसकी स्थापना 30 अगस्त, 1835 में हुई थी। इसे ऑस्ट्रेलिया की खेल और सांस्कृतिक राजधानी भी कहा जाता है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि मेलबर्न की करीब आधी आबादी ऑस्ट्रेलिया में पैदा ही नहीं हुई। यानी 38 फीसदी आबादी विदेशी है। मतलब यहां की अधिकतर आबादी ब्रिटेन, इटली, वियतनाम, चीन और ग्रीस की है। ऐसी सांस्कृतिक विविधता की वजह से मेलबर्न को कई तरह से आश्चर्यजनक लाभ हैं।
साल 1901 और 1927 तक यानी 26 साल तक मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया की राजधानी भी थी। साल 1880 में मेलबर्न दुनिया का सबसे धनी शहर था और यहां रहने वाला कोई भी इंसान गरीब नहीं कहलाता है। मेलबर्न के कानून के मुताबिक यहां किसी सामान के खो जाने के बाद उसे लौटाने के लिए इनाम की घोषणा करना गैरकानूनी है। मेलबर्न को फॉक्स कैपिटल भी कहा जाता है।