
आयकर विभाग के छापों में इंदौर में 400 करोड़ के कालेधन का अनुमान
| | 2016-09-30T13:55:31+05:30
इंदौर (हि.स.)। आय घोषणा योजना के अंतर्गत आयकर विभाग द्वारा की जा रही कोशिशों का व छापामार कार्रवाई...
इंदौर (हि.स.)। आय घोषणा योजना के अंतर्गत आयकर विभाग द्वारा की जा रही कोशिशों का व छापामार कार्रवाई का नतीजा यह रहा है कि इंदौर रीजन में 400 करोड़ रुपए कालाधन घोषित करने का अनुमान लगाया जा रहा था, वह सही निकला, जिसमें अब तक 300 करोड़ की राशि विभिन्न कारोबारियों द्वारा सरेंडर की गई है। शुक्रवार को अंतिम दिन भी रात 12 बजे तक कार्यालय खुले रहेंगे जिसमें 100 करोड़ के करीब राशि सरेंडर होने का अनुमान है। इनमें शेयर कारोबारी, प्रापर्टी ब्रोकर्स, उद्योगपति, किराना व्यवसायियों के अलावा चिकित्सा जगत की कई हस्तियां भी शामिल हैं जिन पर आयकर द्वारा कार्रवाई की गई।
1 जून से यह आय घोषणा योजना 2016 प्रारंभ की गई थी। इंदौर, बड़वानी, खरगोन, निमाड़, रतलाम सहित अन्य क्षेत्रों में बड़े व्यवसायियों के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई करते हुए काली कमाई को उजागर करना शुरू किया। दो दिन पहले इंदौर में भी आयकर द्वारा बड़े ज्वेलरी शो-रूम पर कार्रवाई करते हुए यहां से दस्तावेज जब्त किए गए।
आयकर विभाग द्वारा जिन कालाधन उजागर करने वालों पर कार्रवाई करते हुए उनसे राशि सरेंडर कराई जा रही है उनमें सबसे पहले नंबर पर शेयर बाजार से जुड़े कारोबारी है। दूसरे नंबर पर प्रापर्टी व्यवसायी तथा तीसरे पर उद्योगपति व किराना व्यवसायी के अलावा स्वास्थ्य से संबंधित कई चिकित्सक आदि शामिल है। आयकर द्वारा एक शहर के बड़े डायग्नोस्टिक सेंटर पर भी छापामार कार्रवाई करते हुए यहां से बड़ी संख्या में दस्तावेज जब्त किए गए।