
आपातकाल में कांग्रेस का तानाशाही चेहरा देखने को मिला था : अर्जुन मुंडा
| | 2015-06-27T11:28:54+05:30
रांची,ः प्रदेश भाजपा कार्यालय में आपातकाल के 40 वर्ष पूरा होने के अवसर पर आज एक संगोष्ठी का आयोजन...
रांची,ः प्रदेश भाजपा कार्यालय में आपातकाल के 40 वर्ष पूरा होने के अवसर पर आज एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री अर्जुन मुण्डा ने अपने संबोधन में कहा कि इस देश में जब आपातकाल लगा था, नागरिकों के मौलिक अधिकार छीन लिये गए थे और प्रेस की आजादी पर कुठाराघात किया गया था तो देश की जनता के समक्ष कांग्रेस का तानाशाही चेहरा देखने को मिला था। उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी आपातकाल के दिनों से भले ही अवगत न हो परन्तु उन परिस्थितियों का चित्रण कर हम उस दौर की भयावहतः का अंदाजा लगा सकते हैं।
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. दिनेशानन्द गोस्वामी ने आपातकाल के दिनों को याद करते हुए कहा कि उस भयावह दौर में कांग्रेस नेतृत्व ने जो तानाशाही रवैया अपनाया था उसको देश की जनता ने खारिज कर दिया था। लोगों का आक्रोश कांग्रेस सरकार से इस कदर बढ़ गया था कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी आम चुनाव में पराजय का मुंह देखना पड़ा।
उन्होंने कहा कि तत्कालीन जनसंघ के नेतृत्व में अन्य दलों ने देश में तानाशाही रवैये के खिलाफ अलख जगाने का काम किया। डा. गोस्वामी ने कहा कि उस दौर में पुलिसिया अत्याचार, प्रेस पर प्रतिबन्ध सहित नागरिक अधिकारो को निलम्बित किये जाने से देश की जनता में खासा आक्रोश था। कई बड़े नेताओं को सालों तक जेल में रख कर यातनायें दी गई।
डा. सूर्यमणि सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि आपातकाल के दिनों को याद कर आज भी उस दौर के कई लोग सिहर उठते है। तत्कालीन प्रधानमंत्री ने लोगों पर ऐसे जुल्म ढाये जिसकी कल्पना स्वतंत्र भारत में नहीं की जा सकती है। पूरे देश में हाहाकार मचा था। राज्य शक्ति के खिलाफ जनशक्ति ताकतवर बनकर उभरी एवं तानाशाही सरकार का अंत हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत जयप्रकाश नारायण के चित्र पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा माल्यार्पण कर की गई। कार्यक्रम का संचालन पार्टी प्रवक्ता प्रेम मित्तल ने किया। धन्यवाद ज्ञापन सत्येन्द्र मल्लिक ने किया।
इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष सत्यनारायण सिंह, बालमुकुन्द सहाय, मधुसूदन जारुहर, प्रदीप सिन्हा, हेमन्त दास, रागिनी सिन्हा, राजकुमार गुप्ता, डा. उमाशंकर केडिया, मनोज मिश्रा, प्रमोद मिश्रा, गुरविन्दर सिंह सेठी, प्रवीण प्रभाकर, प्रिया सिंह, लक्ष्मी कुमारी, संध्या विश्वास, रेखा विजय, रंजना जायसवाल एवं सैंकड़ों लोग उपस्थित थे।